गाजीपुर: पूर्वांचल को-ऑपरेटिव बैंक के लेनदेन पर आरबीआई ने लगाई रोक, ग्राहकों के 40 करोड़ रुपए से अधिक फंसे
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गाजीपुर: पूर्वांचल को-ऑपरेटिव बैंक के लेनदेन पर आरबीआई ने लगाई रोक, ग्राहकों के 40 करोड़ रुपए से अधिक फंसे
पूर्वांचल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के बैंक के भूतपूर्व प्रवर्तक राम बाबू शाण्डिल्य, भूतपूर्व सीईओ विवेक पांडेय, प्रबंध कमेटी, लेखा परीक्षक मेसर्स विजय के. शर्मा एंड कंपनी, बैंक प्रोपाइटर और संबंधित पार्टी और फर्म के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। इस बैंक की जनपद में लगभग आधा दर्जन शाखाएं हैं। यहां 30 हजार ग्राहकों का 40 करोड़ से अधिक रुपया फंसा हुआ है। ऐसे में बैंक के ग्राहक अपने पैसे को लेकर परेशान हैं।
मालूम हो कि ग़ाज़ीपुर में संचालित पूर्वांचल कोऑपरेटिव बैंक पिछले काफी दिनों से अपने जमाकर्ताओं को भुगतान देने में आनाकानी कर रहा था, जिसको लेकर जमाकर्ता कई दिनों बैंक के सामने प्रदर्शन भी किये। वहीं अब इस मामले में भारतीय रिजर्व बैंक की जांच रिपोर्ट भी सामने आ गई है और इस जांच रिपोर्ट के आधार पर कई गंभीर मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूर्वांचल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के बैंक के भूतपूर्व प्रवर्तक राम बाबू शाण्डिल्य, भूतपूर्व सीईओ विवेक पांडेय, प्रबंध कमेटी, लेखा परीक्षक मेसर्स विजय के. शर्मा एंड कंपनी, बैंक प्रोपाइटर और संबंधित पार्टी और फर्म के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। इस बैंक की जनपद में लगभग आधा दर्जन शाखाएं हैं। यहां 30 हजार ग्राहकों का 40 करोड़ से अधिक रुपया फंसा हुआ है। ऐसे में बैंक के ग्राहक अपने पैसे को लेकर परेशान हैं।
मालूम हो कि ग़ाज़ीपुर में संचालित पूर्वांचल कोऑपरेटिव बैंक पिछले काफी दिनों से अपने जमाकर्ताओं को भुगतान देने में आनाकानी कर रहा था, जिसको लेकर जमाकर्ता कई दिनों बैंक के सामने प्रदर्शन भी किये। वहीं अब इस मामले में भारतीय रिजर्व बैंक की जांच रिपोर्ट भी सामने आ गई है और इस जांच रिपोर्ट के आधार पर कई गंभीर मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कब हुई पूर्वांचल कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना
बैंक कर्मी एक हजार रुपये देकर अपना पल्ला झाड़ रहे
पूर्वांचल कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना 1989 में जनपद मुख्यालय पर हुई थी और इसकी 4 से 5 शाखाएं जनपद के अन्य क्षेत्रों में भी खोली गई थी। पिछले 1-2 माह से जमा धनराशि को निकालने के लिए खाता धारक परेशान है। कई बार धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। बैंक कर्मी एक हजार रुपये देकर अपना पल्ला झाड़ रहे थे।
अपर जिला सहकारी राधेश्याम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया
शहर कोतवाली में दर्ज कराए गए मुकदमे के मुताबिक बैंक की ओर से आरबीआई के निरीक्षकों को पूरी जानकारी नहीं दी गई। बैंक का संचालन अनाधिकृत रूप से बैंक के पूर्व प्रवर्तक रामबाबू शांडिल, पूर्व सीईओ एवं प्रबंध कमेटी द्वारा किया जा रहा था। इस आधार पर बैंक के लेखा परीक्षक मेसर्स विजय के शर्मा एंड कंपनी के खिलाफ सहकारिता के अपर जिला सहकारी राधेश्याम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है।
29 अगस्त से बैंक की जमा – निकासी पर रोक
बताते चले कि इस बैंक की सभी शाखाओं पर 29 अगस्त से ही जमा और निकासी पर रोक लगा दी गई है। यदि यह बैंक बंद होता है तो जमाकर्ता की बीमित राशि का भुगतान कराया जाएगा जो कि अधिकतम 5 लाख है।
सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता अंशुल कुमार के मुताबिक बैंक के पास इस समय बैलेंस नहीं है। बैंक की ओर से आरबीआई के अधिकारियों को सुचनाएं भी गलत प्रेषित की गई है।