कम्युनिटी वेस्ट रिसाइकिलिंग सेंटर में, मंदिरों के चढ़ावे के फूलों से महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर– वीरेन्द्र कुमार

कम्युनिटी वेस्ट रिसाइकिलिंग सेंटर में, मंदिरों के चढ़ावे के फूलों से महिलाएं बनेगी आत्मनिर्भर– वीरेन्द्र कुमार

वाराणसी- आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में साई इंस्टिट्यूट के तत्वाधान में रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क, बसनी में एस.बी. आई. जनरल इंश्योरेंश लिमिटेड के सहयोग से “कम्युनिटी वेस्ट रिसाइकिलिंग सेंटर” उद्घाटन करते हुए उपायुक्त वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि इस सेंटर के माध्यम से प्रधान मंत्री जी के स्वच्छता अभियान को गति मिलेगी और मंदिरों के चढ़ावे के फूलों से बनी अगरबत्ती, धुप, हवन सामग्री आदि से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी व् साथ ही प्रदुषण से भी मुक्ति मिलेगी | जो कि सराहनीय है |

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि फ्रेगरेंस एवं फ्लेवर विकास केंद्र, एम.एस.एम.ई., भारत सरकार, कन्नौज के सहायक निदेशक भक्ति बिजय शुक्ला ने कहा कि हमारा केंद्र साई इंस्टिट्यूट को न सिर्फ अगरबत्ती, हवन सामग्री, परफ्यूम आदि बनाने में सहयोग करेगा बल्कि यहाँ के बने उत्पाद उनके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होगा क्यों कि यहाँ से जो भी उत्पाद बनेगा वो प्राकृतिक होगा, किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं होगा और एफ.एफ.डी.सी. साई इंस्टिट्यूट के माध्यम से महिलाओ को फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उन्हें जागरूक भी करेगी । एम.एस.एम.ई., भारत सरकार, वाराणसी के संयुक्त निदेशक, एल.बी.एस. यादव ने महिलाओ को अपने विभाग से जुडी योजनाओ के बारे में विस्तृत जानकारी दी | साथ ही उन्होंने कहा अब समय आ गया है कि हम अपनी बेकार पड़ी हुई वस्तुओ के महत्व को समझे, क्यों कि हर चीज का अपना महत्व होता है, आज जिसे हम कबाड़ कह रहे है, उसी को हम प्रोडक्ट बना कर के उसे सेल करके लाभ कमा सकते है |

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इंडियन इंडस्ट्री एसोशियेशन, वाराणसी के राष्ट्रीय सचिव, राजेश भाटिया, ने कहा कि बनारस में आज की तिथि में बनारस में पैकेजिंग, ब्रांडिंग की समस्या नहीं है, हमारा एसोशियेशन व् स्माल इंडस्ट्री एसोशियेशन हुनर-ए-बनारस की महिलाओ के द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट की मार्केटिंग व् ब्रांडिंग में पूरा सपोर्ट करेगी |

कार्यक्रम का संचालन करते हए साई इंस्टिट्यूट के निदेशक अजय सिंह ने कहा कि इस सेंटर का उद्देश्य महिलाओ को घर में पड़े कोई भीं कबाड़ हो या खेतो में पड़े कचरे हो, या बेकार पड़ी हुई वस्तुओ का हम क्या कैसे उपयोग करे कि वो हमारे लिए लाभदायक हो | महिलाओ के लिए सीखे और कमाओ की नीति पर कार्य करेगा ताकि महिलाओ को आर्थिक रूप से लाभ हो सके और राष्ट्र निर्माण में वो अपना दायित्व पूरा कर सके |

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत संस्थान के आई.टी. एक्सपर्ट विनीत सिंह, दीक्षा सिंह, अनुपमा दुबे, यस्मिन बानो ने अंगवस्त्रम व् मेमोंटो देकर के किया गया | इस अवसर पर इंस्टिट्यूट के दिलीप सिंह, हर्ष सिंह व् लडकिया मौजूद रही |

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