बाबा बटुक भैरव का वार्षिक हरियाली और जल विहार श्रृंगार : बाल स्वरूप का दर्शन करके भक्त हो रहे निहाल, दरबार में आस्थावानों की लंबी कतार
1 min readवाराणसी: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी कमच्छा स्थित प्राचीन श्री बटुक भैरव रविवार को भव्य वार्षिक हरियाली और जल विहार श्रृंगार किया गया। मंगला आरती के बाद भोर में 05 बजे भक्तों के लिए कपाट खोल दिया गया। बाबा के अलौकिक झांकी का दर्शन करके भक्त भाव-विभोर होते गए। दर्शन-पूजन का सिलसिला अनवरत चलता रहा।
महंत राकेश पुरी और भास्कर पुरी ने बताया कि भोर में बाबा का पंचामृत स्नान कराके नूतन वस्त्र धारण कराया गया। सुगंधित पुष्पों से भव्य श्रृंगार किया। मंगला आरती हुई। इसी के साथ श्रद्धालुओं द्वारा बाबा बटुक भैरव के दर्शन पूजन का क्रम अनवरत शुरू हो गया। बाबा के बालस्वरूप के दर्शन के लिए भक्तों की कतार लगी रही।
कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए थर्मल स्कैनिंग, हैंड सेनेटाइजेशन के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मंदिर प्रांगण में प्रवेश दिया जा रहा।
भव्य सजावट
श्री बाबा बटुक भैरव के दरबार गर्भगृह एवं मंदिर परिसर में हरियाली श्रृंगार तथा जल बिहार झाँकी की सजावट अति भव्य की गई थी। मंदिर परिसर के बाहर गुफा रूपी मार्ग बनाया गया था, जहां पक्षी, सांप आदि कैलाश मानसरोवर की जीवन्तता का एहसास करा रहे थे। तो वही गुफा रूपी मुख्यद्वार से ही श्रद्धालुओं को अलौकिक आनन्द प्राप्त हो रहा था। प्रसिद्ध मालियों द्वारा कामिनी की पत्तियों, अशोक की पत्तियों, बेला, गेंदे की माला, फल, गुलाब के फूल की माला द्वारा गर्भगृह, मन्दिर परिसर एवं आसपास सुन्दर सजावट की गई थी।
होगी महाआरती
महंत राकेश पुरी ने बताया कि बाबा की महाआरती 1008 बत्ती वाले दीपदान एवं सवा किलो कपूर द्वारा रात्रि 09 बजे किया जाएगा। इस दौरान 51 भक्तों द्वारा डमरू वादन किया जाएगा। वहीं, कोरोना महामारी के मद्देनजर अग्रणी सामाजिक संस्था संकल्प के द्वारा होने वाला भजन संध्या का आयोजन रद्द किया गया। आयोजन में संरक्षक अनिल कुमार जैन, रमेश चंद्र अग्रवाल, लव अग्रवाल, संतोष अग्रवाल का सहयोग रहा।