सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने वाला सत्यम प्रकाश की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मौत, गाजीपुर का मूल निवासी था सत्यम*

⚡ गाजीपुर। सुप्रीम कोर्ट के बाहर आग लगाने से झुलसे सत्यम प्रकाश की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। बीते सोमवार को उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के घोसी लोकसभा से सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने वाली 24 साल की पीड़िता और उसके पुरुष मित्र सत्यम प्रकाश ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली थी। दोनों अपने साथ पेट्रोल और केरोसिन तेल लेकर आए थे। आग लगाने से सत्यम 70 फीसद झुलस गया था। युवती 85 फीसद झुलस गई थी। सत्यम की मौत की खबर के बाद उसके घर और गांव के लोग दुखी है।
⚡सत्यम राय भांवरकोल थाना क्षेत्र के सियाड़ी गांव का रहने वाला है। चार भाई-बहनों में सबसे छोटा अविवाहित सत्यम प्रकाश राय काफी होनहार व महत्वाकांक्षी है। उसके आत्महत्या के प्रयास की खबर के बाद से ही गांव के लोग भी भौचक हैं, जबकि वाराणसी रहे स्वजन कुछ बोलने को तैयार ही नहीं हैं। वाराणसी के यूपी कालेज उपाध्यक्ष भी रह चुका है। राजनीति में रुचि होने के कारण वह अपने गांव चला आया और पंचायत चुनाव में भांवरकोल द्वितीय से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ा। अतुल राय पर लगे दुराचार के आरोप के मामले में इकलौता गवाह भी है। जबसे इस मामले में सत्यम का नाम आया, परिवार के लोगों ने इससे मतलब छोड़ दिया। पिता ने लिखकर दे दिया है कि सत्यम राय से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।
⚡इसके पिता इन्द्रबली राय पुलिस से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और वह वाराणसी में ही रहते हैं। तीन वर्ष पूर्व उसके चचेरे दादा के देहांत होने पर वह घर आया था और दो घंटे बाद ही वापस चला गया। वह कहां और किसके साथ रहता था, यह परिवार के किसी सदस्य को पता नहीं था। सत्यम से उसके परिजनों का कोई लेना-देना तो नहीं है, लेकिन उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन के नाहक दबाव के कारण उसने ऐसा किया है।
*2013 में सत्यम था यूपी कालेज छात्रसंघ का उपाध्यक्ष, 2015 में पीडि़ता ने लड़ा था महामंत्री पद पर चुनाव*
⚡सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाली दुष्कर्म पीडि़ता व उसके गवाह दोस्त सत्यम प्रकाश राय का साथ छात्रसंघ की राजनीति के दौरान हुआ था। सत्यम वर्ष 2013 में उदय प्रताप कालेज छात्रसंघ का उपाध्यक्ष था। उसने ही पीडि़ता को वर्ष 2015 में महामंत्री पद पर चुनाव में खड़ा किया था, लेकिन वह हार गई थी। एक मई को दर्ज कराया था मुकदमा पीडि़ता ने मऊ के घोसी से बसपा के सांसद अतुल राय के खिलाफ एक मई 2019 को लंका थाने में दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। लोकसभा से सांसद का चुनाव जीतने के बाद 22 जून 2019 को अतुल राय ने पुलिस को चकमा देकर अदालत में समर्पण किया था। तब से अतुल राय प्रयागराज की नैनी जेल में निरुद्ध है।