महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या ; अलवर के मिठाई के डिब्बे और फांसी के फंदे पर अटकी सीबीआई की खास नजर

महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या ; अलवर के मिठाई के डिब्बे और फांसी के फंदे पर अटकी सीबीआई की खास नजर
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच के लिए सी बी आई प्रयागराज के बाघंबरी गद्दी मठ पहुंच चुकी है।सी बी आई यहां उसी नॉयलान की रस्सी से महंत के वजन के बराबर पुतले को लटकाकर घटना का रिक्रिएशन करेगी। इससे सीबीआई यह पता करना चाहती है कि क्या इतनी पतली रस्सी 85 किलो का भार उठा सकती है?
इसके अलावा सीबीआई यह भी पता करना चाहती है कि महंत नरेंद्र गिरि के गले में हुआ वी शेप का निशान उसी रस्सी से हुआ है या नहीं? सेवादारों से मौके पर सीबीआई यह भी जानेगी कि उन्होंने कैसे शव को फंदे से उतारा था?
महंत का शव उतारने वाले सेवादार सुमित का मोबाइल जब्त
सीबीआई ने महंत का शव उतारने वाले सेवादार सुमित का मोबाइल जब्त कर लिया है। इससे पहले शनिवार को पहली बार CBI के IG विप्लव चौधरी और ASP केएस नेगी टीम के साथ बाघंबरी मठ पहुंचे थे।
सबसे पहले जांच एजेंसी की टीम ने पूरे मठ का मौका मुआयना किया। एक-एक कमरे की छानबीन की। यहां तक की टीम मठ की छत तक भी गई। इसके बाद टीम ने कागज पर मठ का खाका खींचा। तीन घंटे चली लंबी पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
CBI की 20 सदस्यीय टीम ने मठ खंगाला
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के रहस्य को सुलझाने के लिए CBI ने प्रयागराज में डेरा डाला है। शनिवार को CBI की 20 सदस्यीय टीम ने पहले अधिकारियों के साथ पुलिस लाइन में बैठक की और बाद में शाम 4 बजे बाघंबरी गद्दी मठ पहुंची। टीम शाम 4 बजे से 7 बजे तक मठ के अंदर ही रही और केस की गहन छानबीन की। इस दौरान मठ के अंदर से किसी को न तो बाहर जाने दिया गया और न ही आने दिया गया।
एक-एक खिड़की और दरवाजे की हुई वीडियोग्राफी
CBI की टीम ने हर एक कमरे की गहनता से जांच की। खासकर उस कमरे के बाहर से एक-एक दरवाजे और खिड़कियों की पडताल की गई, जिसमें महंत का शव पाया गया था। जांच एजेंसी ने यह देखने का प्रयास किया कि कमरे में कितने दरवाजे और खिड़कियां हैं।
महंत नरेंद्र गिरि ने गेस्ट हाउस के जिस कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी, उसमें दो दरवाजे हैं। CBI की 3 अलग-अलग टीमों ने मामले की गहनता से पड़ताल की। टीमों में बंटे दल ने 3 घंटे तक छानबीन की।
सेवादारों और रसोइए से 2 घंटे हुई पूछताछ
CBI ने शनिवार को महंत की लाश को फंदे से उतारने का दावा करने वाले सेवादार सुमित सहित मठ के अन्य शिष्यों एक-एक कर पूछताछ की है। सबसे ज्यादा देर तक पूछताछ उस रसोइए से की गई, जो मठ का भोजन तैयार करता था और नरेंद्र गिरि को भोजन कराता था।
पूछताछ के पीछे जो कारण बताया जा रहा है वह यह है कि जिस दिन नरेंद्र गिरि की मौत हुई थी उस दिन कमरे में सल्फास की एक डिब्बी पाई गई थी और कुछ गोलियां फर्श पर बिखरी पड़ी थीं।
सीबीआई इस बात को ध्यान में रखकर रसोइए से पूछताछ कर रही है। CBI ने सेवादार सेवादार बबलू, सुमित और धनंजय से भी अलग अलग करीब 2 घंटे तक पूछताछ की। CBI बबलू को अपने साथ लेकर महंत के उस कमरे के बाहर ले गई, जहां उन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या की थी।
सीबीआई ने मठ की पहली मंजिल पर बने कमरों, छतों और पार्किंग स्थल भी देखा।
सीबीआई की टीम ने मठ की छतों और कमरों की भी जांच की।
महंत की डेथ मिस्ट्री में मिठाई का ट्विस्ट
महंत नरेंद्र गिरि ने जिस कमरे में कथित तौर पर सुसाइड किया था, उसकी मेज पर एक मिठाई का थैला और खाली डिब्बा मिला था। जिस पर अलवर, राजस्थान लिखा हुआ था। आनंद गिरि भी राजस्थान का रहने वाला है।
दरअसल मठ के लोगों के मुताबिक हाल फिलहाल महंत से मिलने राजस्थान से कोई नहीं आया था। ऐसे में उनके पास अलवर का नया झोला कहां से आ गया? झोला अलवर के मशहूर बाबा स्वीट की है जो कलाकंद की मिठाइयों के लिए जानी जाती है।
पुलिस को झोले में मिठाई का कोई डिब्बा नहीं मिला था। सीबीआई की जांच में यह तथ्य भी जांच के दायरे में है कि यह मिठाई का झोला कौन राजस्थान से लेकर आया था। इस बैग का आनंद गिरि से क्या कनेक्शन है इस पर भी जांच दल की निगाह रहेगी।