June 21, 2025

जो नेता ने नही सोचा वो बेटे ने कर दिखाया …

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ग़ाज़ीपुर । ग़ाज़ीपुर ज़िला जो अपने गौरव शाली इतिहास के लिये हमेशा जाना जाता रहा है । इस ज़िले के बेटों ने देश की सुरक्षा में अपने प्राणों तक की चिंता नही की और शहीद हो गये । यही वो ग़ाज़ीपुर ज़िला है जहाँ गहमर गाँव है और जहाँ हर घर में एक जवान है । यह सारी बातें आप हमेशा अपने ज़िले के नेताओं के भाषण में सुनते होंगे लेकिन आज तक किसी नेता ने अपने भाषण में यह नही बताया की उन्होंने अपने ज़िले के उन युवाओं के लिये क्या किया जो कठिन परिश्रम करते हैं सेना में भर्ती होने के लिये।
अगर आप सोचेंगे तो शायद आपको ऐसा कुछ भी याद नही आयेगा की किसी नेता ने कुछ किया भी है ।लेकिन ग़ाज़ीपुर के ही सिद्धार्थ सेवार्थ ने “ प्रभु की रसोई “ की शुरूवात की जहाँ प्रतिदिन सैकड़ों लोग नि:शुल्क भोजन प्राप्त करते हैं । हर रोज़ शाम में इस रसोई में लोग पहुँचते हैं और प्रसाद का भोग लगाते हैं । यहाँ भोजन करने वाले लोगों को प्रभु कहा जाता है । इसके बाद अब सिद्धार्थ ने ऐसे युवाओं के लिये एक ओपन एयर जिम इस महीने में शुरू करने का वादा कर दिया है जो उन युवाओं के लिये किसी वरदान से कम नही होगा जो युवा सड़कों पर सुबह शाम दौड़ते भागते हैं और ईंटा की मदद से व्यायाम करने को महबूर हैं क्युँ की उनके पास संसाधन नही हैं । इस ओपन एयर जिम में अत्याधुनिक व्यायाम के उपकरण लगे होंगे , अखाड़ा होगा , कोच भी होगा और सबसे बड़ी चीज़ यह सभी कार्य किसी सरकारी सहयोग या किसी संस्था के द्वारा नही किया जा रहा । सिद्धार्थ कहते हैं यह आम आदमी की जनभागीदारी से शुरू किया जाने वाला जिम है । सिद्धार्थ का प्रयास सिर्फ़ इतने पर ही नही रुका इसके साथ सिद्धार्थ ने इन बच्चों के लिये परीक्षा की तैयारी के लिये एक नि:शुल्क कोचिंग की भी शुरूवात करेंगे जिसमें बच्चों को कोई भी फ़ीस नही देनी होगी । यह कार्य भी किसी सरकारी सहयोग से नही बल्कि आम आदमी की जनभागीदारी से शुरू किया जायेगा ।
सिद्धार्थ ने भोजन का भी , व्यायाम का भी और परीक्षा की तैयारी का भी प्रबंध एक ही जगह पर कर दिया है ।
सिद्धार्थ बहुत जल्द उस सड़क को जिसपर प्रतिदिन सैकड़ों युवा दौड़ते है को कुछ इस तरीक़ से सजाने भी जा रहे हैं आने वाले समय में की वह सड़क खुद युवाओं को प्रेरित करे , उनके हौसलों को और बढ़ाये ।
सिद्धार्थ ने बताया की कुछ लोगों को लगता है की मुझे चुनाव लड़ना है और हर चुनाव के क़रीब लोग यही खबर उड़ा देते हैं और अभी फिर से एक चुनाव आने वाला है मैं लोगों से कहना चाहूँगा की हर कार्य चुनाव लड़ने के लिये नही होते । आने वाले चुनाव में भी मेरी कोई इच्छा नही है लड़ने की ।
मैं बिना चुनाव लड़े भी बहुत कुछ समाज के लिये कर पाने में सक्षम हूँ और मैं नेता नही बेटा बने रहना चाहता हूँ ।

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