जब बाढ़ ग्रस्त लोगों की सहायता के लिए निकले संजय राय शेरपुरिया की जान पर बन आई

गाजीपुर। यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन की तरह से आयोजित ज़न जागृति अभियान के तहत पिछले कई दिनों से तरह—तरह के किस्से बनते जा रहे हैं। लोग अक्सर बोलते है कि जान न्योछावर करके हम देश और लोगों की सेवा करेंगे लेकिन सही में ऐसा करना बहुत ही कठिन कार्य होता है। गुरुवार को जन जागृति अभियान के दरमियान सामाजिक उद्यमी और यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन के मेंटर संजय राय शेरपुरिया और उनकी टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। लेकिन सतत 11 दिनों से जन जागृति अभियान में मंत्रमुग्ध शेरपुरिया टीम, मुश्किलों का सामना करते हुए और भगवान पर पूर्ण विशवास के साथ कार्यरत रही। गुरुवार को जमानियां में अभियान के तहत किए जा रहे जनसंपर्क के दौरान फाउंडेशन के चीफ मेंटर संजय राय शेरपुरिया अपनी टीम के साथ बाढ़ में फंस गए। जिस नाव से टीम शेरपुरिया जमानियां के बाढ़ग्रस्त इलाके के मंझरिया गाँव की ओर मदद के लिए राहत सामग्री लेकर गई थी, वहां से वापस लौटने के समय नाव की मोटर में खराबी आई और पंखें भी टूट गए तथा नाव 8 से 1० किलोमीटर तक उल्टी दिशा में बहने लगी। गंगा में आए बाढ़ के पानी की धारा के साथ नाव अपने गंतव्य के कई किलोमीटर दूर निकलकर भटक गयी। नाव पर सवार संजय राय शेरपुरिया और टीम शेरपुरिया के सदस्यों ने संबंधित एसडीएम को अपने फंसे होने की जानकारी दी। कई घंटों के मशक्कत के बाद प्रशासन एवं स्थानीय लोगों की मदद से नाव को बांस के सहारे दुर्गा मंदिर के पिछले भाग पर किनारे पर लाया गया और नाव में फंसे टीम शेरपुरिया के सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर लाने में कामयाबी मिली। टीम शेरपुरिया के सदस्यों ने नाव के बेकाबू होने के बाद भी हौसला कायम रखा। इस बीच उन्होंने अपने साथ रखे लंच पैकेट को भी पानी में बहने से बचाया। प्रशासन की मदद से रात करीब 11 बजे के बाद सुरक्षित निकाले जाने के बाद भी हौसला नहीं गंवाते हुए, टीम शेरपुरिया के सदस्यों ने जरूरतमंद लोंगो के बीच लंच पैकेट वितरित कर इलाके के बाढ़ प्रभावित भूखे-प्यासे लोगों को भोजन उपलब्ध कराया। शेरपुरिया और उनकी टीम के इस सहिष्णु कार्य को जिले के कई प्रतिष्ठित लोग और संस्थानों ने सराहा है।

About Post Author