कोरोना काल में योद्धा की तरह लड़े नमामि गंगे टीम के सदस्य “

” कोरोना काल में योद्धा की तरह लड़े नमामि गंगे टीम के सदस्य ”

” आपदा काल में जान जोखिम में डालकर किया है सेवा संस्कार ”

” महामारी के दौरान भी गंगा सफाई के कार्य से पीछे नहीं हटे ”

कोरोना की पहली लहर हो या दूसरी जान जोखिम में डालकर नमामि गंगे के सदस्यों ने जी जान लगाकर काशीवासियों के लिए सेवा की । 15 मार्च 2020 से अब तक वाराणसी के घाटों पर लाउडस्पीकर द्वारा नाव से या फिर पैदल घाट – घाट जाकर कोरोना महामारी से बचाव की जानकारी दी गई । लॉकडाउन लगने पर स्वयं वाराणसी के पुलिस प्रशासन द्वारा नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला से यह निवेदन किया गया था कि आप गंगा घाटों पर लोगों को जागरूक करें । सुबह शाम घाटों पर उमड़ती भीड़ को कोरोना से बचाव की जानकारी देकर नमामि गंगे ने राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य परायणता का परिचय दिया है । वर्तमान में भी नमामि गंगे टीम यह कार्य पूरी शिद्दत से कर रही है । कोरोना महामारी के दौरान जब लोग गंदगी से बचाव करते रहे नमामि गंगे के सदस्य गंगा घाटों पर जाकर जागरूकता के साथ ही गंगा तलहटी की सफाई भी करते रहे । अपने हाथों से गंगा में की गई गंदगी को बाहर निकाला। हजारों मास्क का वितरण किया गया । टीकाकरण ज्यादा से ज्यादा हो निरंतर नमामि गंगे टीम के सदस्य नागरिकों के समक्ष उपस्थित होकर समझा रहे हैं । जरूरतमंदों को समय-समय पर आर्थिक या फिर राशन की सुविधा भी टीम के सदस्यों ने निरंतर प्रदान की है । गंगा तट पर निषाद, पुरोहित वर्ग, दुकानदार इत्यादि मां गंगा से आजीविका चलाने वाले लोगों की कुशल क्षेम पूछकर उनको पर्याप्त सहायता भी निरंतर जारी है । संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि हम लोगों ने स्वयं ही आगे बढ़ कर स्वयं के तन मन धन से मानवता की सेवा की है । हमारी टीम ने अपनी क्षमता के अनुरूप प्रयास किया है । आगे भी ऐसा ही भाव बनाए रखने की मां गंगा से कामना है । टीम के सदस्यों में प्रमुख रूप से शिवदत्त द्विवेदी, शिवम अग्रहरी, रामप्रकाश जायसवाल, सीमा चौधरी , सत्यम जायसवाल, प्रीति जायसवाल, रश्मि साहू, सारिका अग्रहरी, मोनिका अग्रहरी , विकास तिवारी, पुष्पलता वर्मा, सोनू, रंजीता गुप्ता, भावना गुप्ता आदि दर्जनों स्वयं सेवकों ने अपना सराहनीय योगदान दिया है।

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