ग्रामीण चिकित्सकों को सरकार अल्प प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित करे तो संकट/विपत्ति में ये ज़्यादा कारग़र हो सकते हैं-सानन्द

ग्रामीण चिकित्सकों को सरकार अल्प प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित करे तो संकट/विपत्ति में ये ज़्यादा कारग़र हो सकते हैं।
ग्रामीण चिकित्सको द्वारा इस कोरोना आपदा काल मे गाँवों मे देवदूत के रूप मे की जाने वाली सेवाओ की जितनी प्रशंसा की जाय वह कम ही है।डाक्टर सानन्द सिंह ने कहा की स्वास्थ्य सेवाए बेहद लचर हालत मे है,सरकारो ने जो कुछ भी किया है वह केवल शहरी जनसंख्या के चिकित्सकीय व्यवस्था पर ही अपनी कमोवेश कृपा दिखाई है।
इस महामारी काल मे ग्रामीण चिकित्सक बधाई के पात्र है,जिन्होने ग्रामीण परिवेश की स्वास्थ्य सेवाओ को पूरी तरह से संभाल रखा है,सरकारो ने ग्रामीण क्षेत्रो मे एएनएम सेन्टर/या अस्पताल बनवा रखे है जहाँ आज तक कोई सुविधा मुहैया नही हो सकी है,वर्तमान समय मे असली कोरोना योद्धा के रूप मे ये ग्रामीण चिकित्सक बधाई के पात्र है,जो अपने प्राणो की परवाह न करते हुए अपनी प्रशंसनीय सेवाए लगातार दे रहे है।
सरकार से इनकी सेवाओ के प्रशिक्षण और सम्मान की माँग करता हूं।
डाक्टर सानन्द सिंह प्रबन्ध निदेशक सत्यदेव ग्रुप्स आफ कालेजेज ने कहा की इन सभी ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा करने वाले कर्मियों को शिक्षामित्र किसान मित्र के तर्ज पर स्वास्थ्य मित्र का दर्जा दिया जाना चाहिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के द्वारा इस संबंध में निर्णय लेना समाज एवं देश के हित में होगा