गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी के मुख से गोड़उर में अमृतधारा

जिले के गोड़उर में इन दिनों प्रख्यात सन्त गंगापुत्र श्रीलक्ष्मीनारायण त्रिदंडी स्वामी के मुख से आस्था की अमृतधारा बह रही है। उन्होंने कहा कि ध्रुव चरित्र की विशेषता यह है कि मात्र पांच साल की अल्प अवधि में भगवान की प्राप्ति कर ली थी। बोले, सच्ची लगन और दृढ़ विश्वास हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। इसलिए घर में भी यदि बच्चों के अंदर संस्कार लाना हो तो भगवान के भक्तों की कथा सुनाओ। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति के साथ रहेंगे तो संस्कार स्वयं प्रकट हो जाएगा। ध्रुव जी के गाल से भगवान ने ज्योहि शंख गाल से स्पर्श कराया, वाणी जग गई और ध्रुव जी ने छत्तीस हजार वर्ष का शासन दिया। अंत में सशरीर भगवत धाम गए।