माता-पिता का सम्मान करने वालों पर होती है नारायण की कृपा : त्रिदंडी स्वामी

गाजीपुर। गंगापुत्र श्रीलक्ष्मीनारायण त्रिदंडी स्वामी ने कहा कि माता-पिता व बुजुर्गों का सम्मान करने वालों पर नारायण की कृपा बरसती है। वे गोड़उर में श्रीमद्भागवत कथा में बोल रहे थे।
त्रिदंडी स्वामी ने कहा कि कभी भी संत का, मंत्र का, यंत्र का व भगवान का परीक्षण नहीं करना चाहिए। कभी भी अपने मर्यादा को नहीं छोड़ना चाहिए। महाभारत काल का जिक्र करते हुए बोले, कुंती ने मर्यादा का पालन नहीं किया। कुंवारेपन में ही मंत्र का प्रयोग किया। परिणाम कर्ण जैसा पुत्र हुआ। व्यक्ति को हर हाल में अपनी मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। मार्यदा से ही मनुष्य की शोभा है। इसी से राष्ट्र की शोभा है, कुल की शोभा है। इस जगत की भी शोभा है। बिना मर्यादा के मनुष्य जानवर से भी गया गुजरा है। जिस प्रकार जल विहीन नदी का कोई आस्तित्व नहीं होता, उसी प्रकार मर्यादा विहीन मनुष्य का कोई अस्तित्व नहीं। इसलिए अपनी मर्यादा में रह कर जो माता-पिता व बुजुर्गों का, स्त्री का सम्मान करता है उसके ऊपर नारायण की कृपा बनी रहती है। इससे उनके परिवार का विकास होता है। इस अवसर पर हनुमान मन्दिर के पुजारी भोला दास, बड़क राय, प्रदीप राय, पंकज पांडे, सुधीर राय, छेदी, राय, छनू राय, अंसू राय, गणेश, बिटू, सुरेन्द्र व सुरेश समेत ढेर सारे लोग उपस्थित थे।

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