सिद्धार्थ ने बचाई मानसिक बीमार एवं निर्वस्त्र महिला की अस्मत

गाजीपुर
जिले के प्रखर समाजसेवी सिद्धार्थ सेवार्थ ने शुक्रवार की रात ऐसा काम किया, जिसके बारे में जान आप उन्हे सलाम करेंगे। सड़क पर निर्वस्त्र घूम रही मानसिक बीमार बदहवास महिला पर इंसान की शक्लों में मौजूद कुछ गिद्धों की नजर थी। महज एक संयोग था कि सिद्धार्थ ठीक उसी समय महाराजगंज की तरफ से लौट रहे थे। निर्वस्त्र महिला और उसके कुछ दूर संदिग्ध रूप से खड़े लोगों को देख पलभर में ही सिद्धार्थ को सारा माजरा समझ में आ गया। सिद्धार्थ ने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और यूपी पुलिस के आपातकालीन सेवा 112 के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया। इस ट्वीट में सिद्धार्थ ने पीएम मोदी को भी टैग कर मदद मांगी।

सिद्धार्थ अपने फ़ेसबुक पेज पर लाइव आकर लोगों से मौके की स्थिति बयान की और दरख्वास्त करते हुए कहा कि अगर कोई गोरबाज़ार या आस पास में हो तो किसी महिला के साथ कपड़े लेकर आ जाए। निर्वस्त्र महिला की मदद के लिए सिद्धार्थ को एक महिला के साथ की जरूरत थी। देखते-देखते सिद्धार्थ के समर्थन में सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया आने लगीं और मदद भी पहुंच गई। यूपी पुलिस ने भी संज्ञान लिया और डाइल 112 की टीम महिला पुलिस के साथ मौक़े पर पहुंची। महिला को कपड़े पहनाये गये फिर उसे ज़िला अस्पताल ले ज़ाया गया।

सिद्धार्थ की समझदारी से एक महिला के साथ कुछ ग़लत होने से बच गया। आपको बता दें कि अपने सामाजिक कार्यों से सिद्धार्थ सेवार्थ ने गाजीपुर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। समाज का एक बड़ा हिस्सा हमेशा सिद्धार्थ के बेहतरीन कार्यों से प्रेरित होकर उनके हर कार्य में सहयोग करता रहता है। इस घटना के बारे में बताते हुए सिद्धार्थ ने कहा कि अगर पब्लिक और पुलिस इसी तरह से मिल कर एक दूसरे का सहयोग करेंगे तो हमेशा एक अच्छा काम सामने आयेगा। सिद्धार्थ ने त्वरित रिस्पॉन्स कर मदद पहुंचाने के लिए डाइल 112 की लखनऊ टीम की भी ढेरों प्रशंसा की। इस नेक काम में सिद्धार्थ के साथ प्रताप अविनाश, हिमांशु सेवार्थ , अंकुर प्रकाश और विकास कुमार का भी भरपूर सहयोग रहा।

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