अपने ही फर्म की रकम लूट ली और बना दी लूट की झूठी कहानी

गाजीपुर। पुलिस ने खानपुर थाना क्षेत्र में हुई दो लाख नकदी की कथित लूट का राज पुलिस 24 घंटे में ही खोल दी। इसमें संलिप्त दो लोगों को मय नकदी गिरफ्तार भी कर लिया गया।
पुलिस कप्तान डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने दोनों को गुरुवार की दोपहर पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया। दोनों वाराणसी के रहने वाले हैं। इनमें अरविंद कुमार पटेल सभईपुर थाना बड़ागांव और राजेश गुप्त चमांव गेट थाना शिवपुर का रहने वाला है। पुलिस कप्तान ने बताया कि अरविंद कुमार पटेल वाराणसी के ही शिवपुर थाना क्षेत्र स्थित नटीनिया देयी इलाके में स्थित एल्यूमिनियम की एक फर्म का कर्मचारी था। वह तगादे के लिए मंगलवार को गाजीपुर आया था। उससे पहले ही उसने तगादे के रुपये लूटने की योजना बना ली। उसमें अपने साथी राजेश गुप्त को भी शामिल किया। राजेश पूर्व में उस फर्म में काम कर चुका था। योजना के मुताबिक रास्ते में राजेश बाइक सवार अरविंद को रोका। उसके बाद अरविंद तगादे के कुल दो लाख रुपये राजेश को दे दिया। राजेश वहां से निकल गया और अरविंद खानपुर थाने पर पहुंच कर खुद को लुटे जाने की कहानी सुनाया। शुरू से ही उसके विरोधाभाषी बयानों से पुलिस को शक हुआ। फिर तो पुलिस अपनी स्टाइल में उससे पूछताछ शुरू की तो वह सच उगलता चला गया।
पुलिस कप्तान ने बताया कि कथित लूट के एक लाख रुपये राजेश गुप्त के कब्जे से मिले जबकि अरविंद की निशानदेही पर सिधौना के पास झाड़ी में छिपा कर रखे शेष रुपये बरामद हुए। पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस टीम की यह बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपनी ओर से टीम को नकद ईनाम देने की घोषणा की। टीम की अगुवाई एसओ खानपुर पन्ने लाल और स्वाट टीम के इंचार्ज श्यामजी यादव ने की थी।