” आदि केशव की उतारी आरती “

” आदि केशव की उतारी आरती ”
” लोक मंगल की कामना से कीर्ति के शिखर पुंज आदि केशव को लगाया माखन मिश्री का भोग ”
” नमामि गंगे ने आदि केशव मंदिर व घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान ”
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर नमामि गंगे ने काशी के प्रमुख व प्राचीन विष्णु तीर्थ आदि केशव घाट पर स्थित भगवान आदिकेशव की आरती उतारी । आदि केशव विष्णु के हाथों से निर्मित व प्रतिष्ठित मूर्ति को माखन मिश्री का भोग लगाकर लोक मंगल की कामना की । स्कंद पुराण व काशी खंड में वर्णित आदि केशव, ज्ञानकेशव, पंचदेवता और संगमेश्वर महादेव का पूजन किया । आदि केशव का मंदिर परिसर ओम् जय जगदीश हरे, आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की, और बड़ा नटखट है ये किशन कन्हैया जैसे मधुर भजनों से गूंज उठा । नमामि गंगे के सदस्यों ने संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में आदि केशव मंदिर परिसर और घाट की सफाई में योगदान दिया ।
काशी के प्रमुख तीर्थ आदिकेशव घाट पर पसरी गंदगी को साफ कर स्वच्छता का संदेश दिया गया । काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि मत्यस्यपुराण के अनुसार इस घाट को काशी के प्रमुख पांच घाट तीर्थो में स्थान प्राप्त है एवं काशी का प्रथम विष्णु तीर्थ माना जाता है । इस संदर्भ में मान्यता है कि विष्णु जी जब काशी में पधारे तो इसी गंगातट पर अपने पैर धोये।ऐसी मान्यता है कि संगमेश्वर शिवलिंग की स्थापना स्वयं ब्रह्मा ने की है।
कहा कि नमामि गंगे ने लोक कल्याण की कामना से भगवान आदिकेशव की आरती उतारकर समृद्धिशाली आरोग्य भारत की कामना की है । हमने मंदिर परिसर व घाट की सफाई कर प्राचीन व पवित्र तीर्थों में स्वच्छता बनाए रखने का संदेश दिया है । आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, सुनीता देवी, किरण यादव, अस्मिता, सुष्मिता तिवारी, मंदिर के पुजारी अमित त्रिपाठी, ओमप्रकाश त्रिपाठी आदि शामिल रहे ।