“स्वस्थ काशी – मस्त काशी” के नारे के साथ पर्यावरण दिवस पर औषधि आधारित पौधे लगाने का भारत माता मन्दिर सिगरा से प्रबोधिनी फाउण्डेशन ने किया शुभारम्भ ।

तीन माह में दस लाख औषधी आधारित पौधे वाराणसी में लगायेगी प्रबोधिनी फाउण्डेशन ।

गिलोय, पारिजात, नीम, आंवला, सैजन एवं तुलसी के पौधे के प्रति काशी वासियों में जागरूकता फैलाकर संरक्षण के संकल्प के साथ उपयोगिता हेतु अभियान चलाकर प्रेरित कर “स्वस्थ काशी मस्त काशी” के नारे के तहत धरातल पर कार्य करेगी प्रबोधिनी फाउण्डेशन ।

कोरोना के संक्रमण से बचने में कवच के रूप में उपयोगी औषधी आधारित पौधों को अभियान चलाकर संरक्षण का संकल्प दिलाकर नि:शुल्क पौधे लगवायेगी प्रबोधिनी फाउण्डेशन ।

विकास राय-विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रबोधिनी फाउण्डेशन के तत्वावधान में भारत माता मन्दिर सिगरा के प्रांगण में सुबह 11 बजे “स्वस्थ काशी – मस्त काशी” के नारे के साथ दस लाख औषधी आधारित पौधे लगाने का संकल्प संस्था के पदाधिकारियों ने लिया, जिसमें पाँच लाख गिलोय, एक लाख नीम, एक लाख पारिजात, एक लाख आंवला, एक लाख सैजन एवं एक लाख तुलसी के पौधे वाराणसी में नि:शुल्क संरक्षण का संकल्प दिलवाकर लगवाने का कार्य प्रबोधिनी फाउण्डेशन करेगी । आज भारत माता मन्दिर सिगरा के प्रांगण में 11 गिलोय का पौधा लगाया गया एवं औषधि आधारित पौधों के संरक्षण का संकल्प दिलाकर 101 पौधे वितरित किया गया । प्रबोधिनी फाउण्डेशन के महासचिव विनय शंकर राय “मुन्ना” ने बताया कि आज कोरोना के संक्रमण से बचने के लिये हमें औषधि आधारित पौधों एवं वृक्षों को संरक्षण के संकल्प के साथ लगाना होगा और उनकी अपने जीवन में उपयोगिता करना होगा । गिलोय के गुण के बारे में बताते हुए विनय शंकर राय मुन्ना ने कहा कि गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा जाता है, गिलोय के सेवन से व्यक्ति के अन्दर प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनटी ) बहुत प्रचुर मात्रा में बढ़ जाती है जिससे अनेको रोगों से छुटकारा मिलता है, अगर प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी तो कोरोना संक्रमण प्रभावित नहीं कर सकता है, गिलोय सुगर,गठिया, वात,पित्त, कफ, इत्यादि छोटी छोटी बिमारियों के साथ कैंसर जैसे असाध्य रोग के लिये बहुत कारगर है, उसी तरह पारिजात कितना भी पुराना मियादी बुखार, जुखाम हो तीन दिन में ठीक कर देता, उसी तरह आवला, नीम, सैजन, तुलसी का उपयोग व्यक्ति करे तो निरोग रह सकता है इसलिये स्वास्थ काशी मस्त काशी के नारे के साथ एक दृढ़ संकल्प लेकर प्रबोधिनी फाउण्डेशन अभियान चलाकर औषधी आधारित दस लाख पौधों को बनारस में लगाकर पर्यावरण के लिये अनोखा कार्य करेगी । प्रबोधिनी फाउण्डेशन व्यक्ति, परिवार, समाज को स्वास्थ्य एवं औषधि आधारित पौधों के बारे में जागरूकता फैलाने का बीड़ा उठाया है ।
वृक्षा रोपण एवं पौधा वितरण अभियान में प्रमुख रूप से डा संजय सिंह गौतम, गगन प्रकाश यादव,शुभम सिंह, मृत्युन्जय महादेव,मोहम्मद अकरम, वेदान्त राय, रवि राय “हिलमिल” प्रमुख रूप से शामिल थे।

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