गरमी से मानव के साथ साथ पशु पक्षी बेहाल-फादर फेलिक्स

पंक्षियों के लिए नियमित भोजन एवं पानी रखने की आवश्यकता है

पुराने मिट्टी के बर्तन का उपयोग पंक्षियों के घोसले के रूप में

गाजीपुर जनपद के हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर के प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज ने कहा कि बेजुबान पक्षी प्रकृति और जीवन का अहम हिस्सा हैं। गर्मी के मौसम में मनुष्य ही नहीं, पशु-पक्षी भी बेहाल रहते हैं। ऐसे में इनके दाना-पानी की व्यवस्था कर पुण्य कमाना चाहिए। केवल जल पात्र लगाना महत्वपूर्ण नहीं है, उन जल पात्रों में नियमित जल सेवा महत्वपूर्ण हैं।फेलिक्स राज ने पक्षियों को बचाने के लिए सामूहिक भागीदारी की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अपने हुनर और अपने अंदर की प्रतिभा को निखारते हुए पंक्षियों के लिए घोसले एवं जल पात्र घर पर बनाऐ जा सकते हैं। घर में बेकार पड़ी पुरानी मटकियों, तेल आदी की पुरानी और खाली प्लास्टिक की बोतल डब्बे का सदुपयोग कर यह घर पर बना कर उपयोग कर सकते है।

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