लॉकडाउन के दौरान गरीब ग्रामीणों की मदद का उठाया जिम्मा , कहा फोटो लेस होगी सेवा

  • लोगों से अपील मदद करते समय तस्वीरे साझा न करे

प्रयागराज | लॉक डाउन हर किसी के लिए मुश्किल भरा है, लेकिन हर दिन कमाने खाने वाले लोगों के लिए एक.एक दिन गुजारना बेहद कठिन हो रहा है। सरकार द्वारा दिए गए खाद्यान्न भी खत्म हो रहे हैं। समाजसेवी संस्थाओं की मदद से जरूरतमंद गरीबों का परिवार चल रहा है ।शहरों में प्रशासनिक व्यवस्था सहित कई सामाजिक संस्थाएं रैन बसेरों सहित बस्तियों में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए आगे आए है।लेकिन ग्रामीण तबके में इन संस्थाओं और प्रशासनिक अमले की पहुंच अभी भी दूर है। हालांकि सूचना पर प्रशासनिक अमला लोगों की मदद कर रहा है।

गाँव वालों के साथ उठाया बीड़ा
जिले के यमुना पार इलाके में रहने वाले शिक्षक समाज सेवी अजीत सिंह ने अपनी ग्राम सभा से गरीबों और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे है। अजीत सिंह के साथ उनके मित्र अजीत विक्रम सिंह सहित तमाम गांव के संभ्रांत लोग गांव में रहने वाले गरीब तबके के लोगों को राशन और खाद्यान्न देने का बीड़ा उठाया है। अजीत सिंह ने को जानकारी देते हुए बताया कि मेजा के कठौली गांव में हर दिन 25 परिवारों को जरूरत के सामान मुहैया कराए जाएंगे ।जिसमें दाल चावल आटा आलू नमक तेल आदि सामग्रियां होंगी।

फोटो लेस होगी मदद
अजीत सिंह ने बताया कि यह काम फोटो लेस होगा ।उन्होंने कहा कि किसी की मदद करते समय या किसी को हम खाद्यान्न देते समय उसकी तस्वीर साझा नहीं करेंगे। उन्होंने समाज सेवी संस्था और प्रशासन से भी अपील की की सड़कों पर और हर दिन कमाने कमाने वाले लोगों को दिए जा रहे लंच पैकेट या खाद्यान्न सामग्री की तस्वीरें कम से कम साझा की जाए ।उन्होंने कहा यह गरीबी अभिशाप है यह किसी के पास आ सकता है। इसलिए किसी के साथ मदद करके तस्वीर के जरिए अपनी मदद दिखाने का काम बेवजह का है। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद करते हैं तस्वीरें इसलिए पोस्ट की जाती है प्रभावित हो और एक दूसरे की मदद के लिए आगे आएं ।लेकिन इन दिनो सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति को थोड़ा सा सामान देते हुए कई लोग तस्वीर खिंचवाने की जद्दोजहद में लगे होते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है।

विकास राय

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