जो समाज अपने पुरखों का पराक्रम भूला देता है। उसका इतिहास एवं भूगोल स्वत: ही समाप्त हो जाता है-एल जी मनोज सिन्हा

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  • जो समाज अपने पुरखों का पराक्रम भूला देता है। उसका इतिहास एवं भूगोल स्वत: ही समाप्त हो जाता है-एल जी मनोज सिन्हा
  • किनवार कीर्ति स्तंभ आने वाली पीढ़ियों को सदा ही सृजन की ओर ले जाएगी-अनंतानन्द सरस्वती
  • भव्य लोकार्पण कार्यक्रम में सहरमाडीह में उमडें लोग

गाजीपुर: जनपद के भांवरकोल ब्लाक मुख्यालय के बगल में स्थित सहरमाडीह पर नवनिमित कश्यप गोत्र के किनवार कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुकवार को फीता काटकर किया।

वैदिक मंत्रों के बीच परिसर में स्थापित मां कुलदेवी का वैदिक मंत्रोचार के बीच पूजन एवं आरती के बाद कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण किया।इस मौके पर आयोजित सभा में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जो समाज अपने पुरखों का पराक्रम भूला देता है उसका इतिहास एवं भूगोल स्वत: ही समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा की किनवार वंश का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है।

अतीत में कर्नाटक के आए किनवार बंशीय लोगों ने हमेशा ही देश एवं समाज का कायाकल्प किया है जिसका इतिहास इसका गवाह है। ऐसे में किनवार वंश के विशेष रुप से इंजीनियर अरविंद राय के द्वारा उनके पूर्वजों की धरोहर को सजाने का जो सपना देखा था आज उसे पूरा कर दिखाया।इसके लिए मैं उन्हें विशेष साधुवाद देना चाहता हूं ।उन्होंने कहा की किनवार वंश के पूर्वज हमें करुणा एवं सद्भाव का संदेश देते है। ऐसे में हमें उन पुरखों के मूल्यों को स्थापित करने के लिए वर्तमान पीढ़ी को नया इतिहास बनाना होगा ।

उन्होंने कहा कि गाजीपुर जिले तथा विशेष रूप से करईल इलाके के लोगों ने जो मुझे प्यार और सम्मान दिया है उसे मैं कभी आजीवन भुला नहीं सकता। मेरी पहचान एवं लगाव आज भी गाजीपुर की ही जनता से है और आगे भी रहेगा।मै हमेशा ही अपने जिले की जनता के बीच रहना चाहूंगा। उन्होंने कहा आज पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है।

ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री ने जो हमको जिम्मेदारी सौंपी है मैं आपका सेवक और परिवार का सदस्य होने के नाते मैं आप सब से वादा करता हूं कि कश्मीर मे शांन्ति स्थापित कर ही लौटूंगा।उन्होने कहा कि आज कश्मीर मे अमन चैन है।विस्थापित लोगों को पुनः स्थापित कर कश़मीर में विकास की गंगा बहा कर रहूंगा।

उन्होंने कहा कि इस स्तंभ से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि नए वर्गों को साथ लेकर नए इतिहास की रचना की जाए यही हमारे पुरखों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दण्डी स्वामी अनंतानंद सरस्वती पीठाधीश्वर राजगुरु मठ वाराणसी ने कहा भूमिहार ब्राह्मण समाज का इतिहास काफी गंभीर और गहरा रहा है ।हमारी संस्कृति ज्ञान की रही है। इतिहास गवाह है कि कालांतर में भूमिहार ब्राह्मणों ने अपने शौर्य एवं अपना बलिदान देकर देश के कई राजाओं को प्रतिस्थापित कर इतिहास बनाया है ।

उन्होंने कहा कि देश का विकास वर्तमान परिवेश को यह दर्शाता है कि सत्ता के बिना शासन के बिना मानवता के लिए कोई कल्याण का कार्य संपन्न नहीं किया जा सकता। इसके लिए आपको विद्या अध्ययन के साथ ज्ञान अर्जन के साथ लक्ष्य निधारित करना बेहद जरूरी है।परिवार सुद़ढ एवं संस्कारिक हो इसके लिए बुजुर्गों एवं युवाओं को पूरी तन्मयता के साथ सीख लेने की जरूरत है ।

उन्होंने कहा किे किनवार कीर्ति स्तंभ आने वाली पीढ़ियों को सदा ही सृजन की ओर ले जाएगी और मुझे उम्मीद है यह एक दिन वट वृक्ष के रूप में परिलक्षित होगा। इस मौके पर इंजीनियर अरविंद राय ने कहा कि इस स्तंभ के निर्माण के लिए मैं उपराज्यपाल माननीय मनोज सिन्हा जी का विशेष आभारी हूं जिनकी प्रेरणा से इसे साकार रूप दे सका।

आज से 20 साल पहले मेरे मन में बिचार आया था। निर्माण के लिए मेरे समाज के बहुत लोगों ने मुझसे कहा था। मैंने इसके लिए समाज के सभी लोगों के सलाह के साथ इसी स्मारक के निर्माण के बाबत संरचना एवं ढांचा पर चर्चा की गई। आज इसका भव्य लोकार्पण माननीय मनोज सिन्हा जी के हाथों से होने से हमारा समाज आपका ऋणी है।

आप काफी व्यस्तता के बावजूद जिम्मेदारी के साथ अपना बहुमूल्य समय निकालकर हमारे बीच आए इसके लिए मैं किनवार समाज की ओर से आपका आभार व्यक्त करता हूं।इसके लिए मैं हमेशा आपका ऋणी रहूंगा। इस मौके पर डा० आनंद शंकर सिंह ने कहा तेरहवीं शताब्दी से किनवार वंश का पराक्रमी एवं गौरवशाली इतिहास रहा है।

इसी बीच आज लगभग 160 से अधिक गांव में निवास करते हैं। इतना ही नहीं बिहार प्रांत में भी एवं बंगाल में भी कुछ किनवार वंश के लोग बसते हैं। आज इस मौके पर हम अपने पूर्वजों की पुण्य स्मृति को नमन करते हुए मैं आप सभी को विशेष रुप से इंजीनियर अरविंद राय को विशेष साधुवाद देता हूं। यह स्तंभ एक निश्चित अवधि में अपनी पूर्ण इतिहास को समेटे हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा ही प्रेरणा स्रोत बना रहेगा। समारोह में डॉo एन राय, विजय शंकर राय , डाo मांधाता राय आदि ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

इस मौके पर इंजीनियर अरविंद राय की ओर से मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुहम्मदाबाद विधायक अलका राय, पूर्व विधायक पशुपति नाथ राय, अशोक मिश्रा, विजय शंकर राय,मार्कंडेय राय.कृष्ण बिहारी राय, संन्तोष राय, नरेंद्र राय,भानु प्रताप सिंह, राजेश राय पप्पू, वीरेंद्र राय ,रामबदन राय.नर्वदेश्वर राय.हरिनरायण राय.विरेन्द्र राय.ब्लाक प्रमुख भांवरकोल आनंद राय मुन्ना,पियूष राय,ब्लाक प्रमुख बाराचंवर ब्रजेन्द्र सिंह.ब्लाक प्रमुख रेवतीपुर अजिताभ राय राहूल.अनिरूद्ध राय कैप्टन साहब.रवीन्द्र राय, रविकांत उपाध्याय, शशांक राय,अखिलेश राय.सत्यदेव राय.सतीश राय.हिमांशु राय प्रबन्धक जय बजरंग आई टीआई लट्ठूडीह. सम्पूर्णानन्द उपाध्याय. पंकज राय प्रगतिशील किसान. हिमांशु राय,हर्ष राय.निमेष राय.राजेश राय पिंटू.शशांक शेखर राय.अनिल राय जिला पंचायत सदस्य.अभय नरायण राय.रजनीकांत राय.नागा दूबे.ब्रजभूषण राय चुन्ना. कमलेश राय शर्मा. बिनोद राय.प्रेमचंद राय.मिंकू राय.प्रिंस राय.दिवाकर पाण्डेय.कृष्णानन्द राय.बंगाली राय समेत हजारो की संख्या में लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता किनवार समाज के अध्यक्ष संन्तोष राय एवं संचालन डा० ब्यासमुनी राय ने किया।

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