*रामलीला के समस्त दर्शकों, पात्र कलाकारों और सहयोगियों को अंतर्मन से धन्यवाद -अनिल राय*

*रामलीला के समस्त दर्शकों, पात्र कलाकारों और सहयोगियों को अंतर्मन से धन्यवाद -अनिल राय*
*रामलीला समिति करीमुद्दीनपुर के द्वारा कांतिकला के मंच पर प्रस्तुत रामलीला में सभी पात्र कलाकारों ने जिस उत्साह से अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया। अपने अभिनव, नाट्य कला से रामायण के पात्रों को जीवन्त करते हुए दर्शकों का मन मोह लिया। वे सभी पात्र कलाकार घोर प्रशंसा और अभिवादन के योग्य है। आज संपूर्ण समाज और क्षेत्र आपकी कला प्रस्तुति का गुणगान कर रहा है। आप पर गौरवान्वित है। आपसबों के प्रति आभार प्रकट करता है। आप सब भविष्य में भी रामलीला का मंचन कर अपनी संस्कृति को ऐसे ही आगे बढ़ाते रहेंगे, समाज की ये अपेक्षा है।*
*रामलीला के मंचन को “तन मन धन” से सहयोग दे रहे समस्त पदाधिकारियों और सेवाकर्मियों के प्रति भी करीमुद्दीनपुर ग्रामीण की ओर से मैं आप सबका आभार प्रकट करता हूं। साथ ही आशा रखता हूं कि यूं ही हमसब मिलजुल कर रामलीला और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों के जरिए समाज में उत्साह भरते रहेंगे।समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपना निःस्वार्थ भागेदारी निभायेंगे।*
*”संस्कृति किसी भी देश, जाति और समुदाय की आत्मा होती है।”_ संस्कृति से ही देश, जाति या समुदाय के उन समस्त संस्कारों का बोध होता है जिनके सहारे वह अपने आदर्शों, जीवन मूल्यों, आदि का निर्धारण करता है। अर्थात राष्ट्र को जीवंत रखने के लिए हम सबको मिलकर अपनी संस्कृति को भी अमर बनाए रखना है*
*पुनः आप सभी को अपना आभार प्रकट करते हुए “स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल” बने रहने की शुभकामनाएं देता हूं।*
*अनिल कुमार राय*
*संयोजक*
*रामलीला समिति*
*करीमुद्दीनपुर*