June 19, 2025

किसानों में आक्रोश, गाजीपुर में धरना के बाद मगई नदी में लगे जाल को हटाने में जुटा रहा बलिया प्रशासन..

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  1. किसानों में आक्रोश, गाजीपुर में धरना के बाद मगई नदी में लगे जाल को हटाने में जुटा रहा बलिया प्रशासन...

 

गाजीपुर जनपद के लट्ठूडीह में चल रहे धरना- प्रदर्शन एवं किसानों में बढ़ते आक्रोश को लेकर बलिया में जिला एवं पुलिस प्रशासन सक्रिय दिखा। रविवार को मगई नदी में लगाए गए बांस और जाल को प्रशासन ने खोलवाया। इन दिनों गाजीपुर से लेकर बलिया में बाढ़ और बारिश का पानी खेतों में अब भी भरा हुआ है। जिला प्रशासन के मौन होने के कारण किसानों में काफी नाराजगी है। इसकी मुख्य वजह तीन महीने पहले बाढ़ का पानी खेतों में पहुंचना है। इसके बाद बेमौसम बारिश से बढ़ी मुसीबतें छंटने का नाम नहीं ले रहीं हैं। किसानों की समस्याएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसके कारण गाजीपुर और बलिया जिले के करीब दस हजार एकड़ खेत आज भी जलजमाव के कारण टापू बने हुए हैं। किसान परेशान हैं कि धान की खेती तो नष्ट हो गई। अब रबी की खेती का सीजन भी निकल रहा है।

रविवार को एसडीएम सदर जुनैद अहमद, सीओ सदर जगवीर सिंह चौहान, नरहीं थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह, चितबड़ागांव थाना प्रभारी निहारनंदन कुमार, पूरे दल बल के साथ कैथवली अंतर्गत बड़ौरा गांव के पास मगई नदी में लगाएं गये जाल के पास पहुंचे।उसे गोताखोरों के माध्यम से खोलवाया। फिर बगल में एक और जाल को हटवाया गया। जिला प्रशासन इस बात को लेकर गंभीर रहा कि कहीं गाजीपुर जिले के किसान फिर न आ धमके। 14 अक्टूबर को गाजीपुर जिले के सैकड़ों किसानों ने दौलतपुर पुल के पास लगाएं गए जाल को लेकर दौलतपुर गांव के किसान संजय सिंह से मारपीट कर लिए थे। इस बात को लेकर जिला प्रशासन चौकन्ना दिखा और मगई नदी में जहां भी बांस बल्ली दिखाई दिया उसे तुरंत हटवाया गया।
इस समय करईल इलाके में खेतों में जलजमाव गंभीर समस्या बन गई है। किसानों का आरोप है कि मगई नदी में जाल लगाने से पानी का निकास धीमी गति से हो रहा है। जबकि मछुआरों का कहना है कि टोंस नदी में पानी भरा होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है।कुल मिलाकर खेतों में लगा पानी जिला प्रशासन के लिए भी सिरदर्द बन गया है। किसान भी परेशान हैं कि उनकी रबी की खेती नहीं हो पाएगी।
मछुआरों ने बताया कि टोंस नदी में जब-तक पानी कम नहीं होगा मगई नदी का पानी नीचे जाने वाला नहीं है। क्योंकि मगई नदी रामपुर गांव के पास टोंस नदी में मिलती है और टोंस नदी हसनपुरा गांव के पास गंगा में मिलती है।

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