पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली से खाकी सावधान

सुबह साढ़े नौ बजे ही आफिस पहुंचे कप्तान, बारह बजे तक फरियादियों की सुनीं समस्याएं
भदोही में तीन वर्ष तक रहने वाले जिले के पुलिस कप्तान रामबदन सिंह की वर्किंग स्टाइल इस समय चर्चा में हैं। जब वह मंगलवार की सुबह साढ़े नौ बजे पुलिस आफिस में पहुंचे तो अधिकारियों एवं कर्मचारियों में खलबली मच गई। सभी आनन फानन में आफिस पहुंचे। उन्होंने सभी थानेदारों एवं पुलिस के जवानों को निर्देश दिया है कि वह हड़बड़ी में गड़बड़ी न करें। लंबित विवेचनाओं को किसी भी हालत में छोड़ें नहीं। यही वजह रही कि कप्तान ने अपने पहले दिन के कामकाज के दौरान पांच विवेचक और उस केस के वादी के तलब की। वह विवेचकों के कार्यों से संतुष्ट नजर आए। वादी से भी बात की और पूछा कि विवेचना से आप सभी संतुष्ट हैं। एसपी के इतना के कहने के बाद जिले के उन विवेचकों में खलबली मची हुई है जो विवेचना में खेल करके काली कमाई करने का मंसूबा पाल रखे हुए हैं। मंगलवार को साढ़े नौ बजे जब पुलिस कप्तान रामबदन सिंह पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले कुछ अधिकारियों से बात की। फिर एक एक फरियादियों की समस्याओं को गौर से सुना। फरियादियों से कहा कि आप घबराएं नहीं। आपकी समस्या के लिए ही सरकार ने मुझे यहां बैठाया है। हमारी कोशिश होगी कि आपको संतुष्ट करके भेजें। पुलिस अधीक्षक की यह स्टाइल विभाग के साथ ही आम लोगों में खूब चर्चा हो रही है। कप्तान ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संदेश दिया
है कि थाने पर आने वाले हर फरियादी का मुकदमा कायम किया जाए। ऐसा माना जा रहा है कि कप्तान 15 दिनों तक थाना प्रभारियों के कामकाज को देखेंगे। इसके बाद अगर वह संतुष्ट नजर नहीं आए तो थाना प्रभारियों की कुर्सी छिनेगी। इसको लेकर हर थाना प्रभारी सकते में आ गये है।
कप्तान के पदभार ग्रहण करने वाले दिन ही शहर कोतवाली क्षेत्र में चेन लूटने वाले गैंग ने वृद्ध महिला को घायल करके चेन छिन लिया। फिर एक दिन बाद इसी तरह की घटना हुई। यानि कप्तान की नजर में शहर कोतवाल दीपेंद्र सिंह चढ़ गए हैं। उन्हें हाल ही में जमानियां से शहर कोतवाली का प्रभार मिला है। उधर कप्तान ने बातचीत के दौरान बताया कि जिले में अमनचैन बरकरार रहे और कोई गुंडा पनप न पाए, इसको लेकर उनका अभियान चलता रहेगा।