June 20, 2025

हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमनपुर में मनाया गया शिक्षक दिवस

शिक्षक राष्ट्र का निर्माता है-फादर सेबास्टियन एस जे

शिक्षक से बडा शिल्पी कोई और नहीं है-फादर फेलिक्स

गाजीपुर जनपद के हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमनपुर में शिक्षक दिवस पर एक संक्षिप्त रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ सर्व पल्ली डा० राधा कृष्णन एवं मदर टेरेसा के चित्र पर मुख्य अतिथि फादर सेबास्टियन एस जे. फादर सुशील तिर्की पल्ली पुरोहित फेलिक्स राज प्रधानाचार्य.फादर सुशील प्रकाश ने पुष्पांजलि अर्पित कर किया।सर्वपल्ली डाक्टर राधा कृष्णन एवं मदर टेरेसा के चित्र पर सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गयी।

प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज के द्वारा मुख्य अतिथि को पौधा.स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम भेंट किया गया।
विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा भी समस्त गुरूजनों का पुष्प.माला एवं तिलक से सम्मान किया गया।सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र छात्राओं के द्वारा एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गयी।

शिक्षक दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फादर सेबास्टियन जेम्स (एस0 जे0)कोआर्डिनेटर सेण्ट जेवियर्स स्कूल कलकत्ता ने अपने सम्बोधन में एक माँ और एक शिक्षक की तुलना किया और बच्चों को समझाया कि जिस प्रकार एक माँ सबसे पहले जागती है और बच्चों के लिए हर व्यवस्था करती है, ठीक वैसे ही एक शिक्षक क्लास में आने से पहले शिक्षण के लिए पूरी तैयारियां करके आते हैं।उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि उन्हें गुरु कह कर सम्बोधित किया जाता है। उन्होंने कहा की शिक्षक राष्ट्र का निर्माता है।

फादर फेलिक्स राज, प्रधानाचार्य ने अपने सम्बोधन में शिक्षकों को शुभकामनाएं और धन्यवाद दिया।उन्होंने शिक्षकों से अपील किया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका अदा करे।फादर फेलिक्स राज ने शिक्षको से कहा की अध्यापक यह न समझे की अध्यापक बनने के पश्चात आपको आपका लक्ष्य प्राप्त हो गया।बल्कि नित्य प्रति विद्यार्थियों एवं समाज के प्रति कुछ और बेहतर करने का प्रयास करते रहे तभी समाज और राष्ट्र खुशहाली के साथ प्रगति के रास्ते पर आगे बढ पायेगा।

मदर टेरेसा सिस्टर टेरेसा बनने के बाद एक परिधि के अन्दर न रहकर बाहर कार्य किया जिसके परिणाम स्वरूप समाज में मदर टेरेसा के रूप में समाज के गरीबों एवम अनाथो के लिए कुछ कर सकी।

अगर उन्होंने अपनी सोच को बडा नहीं किया होता तो वह मदर टेरेसा नहीं बन पाती।अपने संबोधन में फादर फेलिक्स राज ने शिक्षक के महत्व को समझाते हुवे कहा की शिक्षक से बडा शिल्पी कोइ और नहीं है।शिक्षक अपनी क्षमता से अबोध मस्तिष्क को शिक्षा एवं ज्ञान के प्रकाश से आलोकित कर उसे सभ्य शिक्षित एवं संस्कारवान बनाता है।

कार्यक्रम के पश्चात मंच पर फादर एवं शिक्षक गण के द्वारा केक काटा गया।संचालन अरबिन्द भारती एवं छात्रा नीरज यादव ने किया।समस्त शिक्षक एवं स्टाफ को प्रधानाचार्य एवं कक्षा मानीटर के द्वारा उपहार भेंट किया गया।

हर कक्षा के छात्र छात्राओं ने अपनी कक्षा को इस मौके पर बहुत ही खुबसूरत ढंग से सजाया था।हर कक्षा में छात्र छात्राओं ने अपने कक्षाध्यापक के साथ केक काटा।

इस अवसर पर अनिल मिश्रा. प्रभाकर मणि त्रिपाठी. सत्य प्रकाश.सी डी जान.दिनेश पाठक. उदय कुमार. अजीत कुमार. श्री राम.महात्मा प्रसाद. अरबिन्द कुमार. सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय. राकेश जोसफ.शुभनरायण यादव. इसरत अतिया.स्वर्ण लता.सिस्टर हेलेन.सिस्टर अमृता. सि०अंजली.गुड्डन चौबे.गीता.

अरबिन्द राय.राजेश कुशवाहा. सन्तोष वर्मा.बिरेन्द्र यादव. पुर्णमासी राम अनिल कुमार.प्रेमशंकर. विशाल.निर्मल.निठाली. ओम प्रकाश. जय प्रकाश.समेत सभी शिक्षक.शिक्षिका एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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