हमारे शिक्षकों ने देश की वैश्विक छवि बदलने का काम किया- कुंवर रेवती रमण सिंह

शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर शिक्षकों का सम्मान
वॉयस फॉर चाइल्ड राइट्स एवं कमला ग्राम विकास संस्थान की ओर से माधवेंद्र सिंह की स्मृति में सम्मान समारोह
प्रयागराज । हमारे शिक्षकों ने विश्व मे देश की छवि बदलने का काम किया है। पहले हमारे देश को सपेरों का देश कहा जाता था, इस धारणा को हमारे शिक्षकों ने बदलने का काम किया है। अब हमारे देश की प्रतिभा की पूरे विश्व में मांग है। यह बातें राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने शिक्षक दिवस की पूर्व सन्ध्या पर आयोजित शिक्षक सम्मान के दौरान कही। वह समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चे कल का भविष्य है। हमारे आने वाले कल को तराशने और गढ़ने वाले शिक्षकों का सम्मान करना वास्तव में समाज का कर्तव्य है। शनिवार को सिविल लाइंस के एक होटल में शिक्षाविद स्वर्गीय माधवेंद्र नारायण सिंह की स्मृति में विद्या सेतु सम्मान 2021 का आयोजन किया गया। संगोष्ठी शिक्षा के उत्थान में शिक्षक और समाज की भूमिका पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षक विधान मंडल दल के नेता सुरेश त्रिपाठी ने की उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं की चर्चा करते हुए, उसके लिए लड़ाई लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का वह हिस्सा है जिसने समाज को परिवार होने की कल्पना से परिपूर्ण किया है। इस समाज और देश के भविष्य के लिए अपना सर्वोत्तम सहयोग शिक्षको द्वारा दिया जाता है। शिक्षक हर दिन एक बच्चे के जरिए आने वाले भविष्य को बेहतर बनाने की कल्पना से अपना संस्कार, परंपरा संस्कृति, शिक्षा, को बचाने बनाने का सर्वोपरि योगदान देता है। संगोष्ठी में मौजूद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी बृजेश मिश्र ने शिक्षकों के सम्मान को सर्वोपरि बताया। उन्होंने समाज की उन्नति के लिए शिक्षकों के सम्मान को प्राथमिकता देने की बात कही।
कवि डॉ श्लेष गौतम ने कहा कि
शिक्षाविद स्वर्गीय माधवेन्द्र नारायण सिंह ने अपना पूरा जीवन शिक्षा और समाज के सुधार के लिए समर्पित कर दिया। शिक्षा सरल हो सुलभ हो और सब के लिए हो इस उद्देश्य के साथ उन्होंने जीवन के आखिरी समय तक अपना योगदान दिया। विद्यासेतु सम्मान समारोह 2021 का आयोजन कमला विकास संस्थान एवं हर चाइल्ड राइट्स की ओर से किया गया। आयोजित हुआ। अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान समारोह का संयोजन रेलवे चाइल्ड लाइन के निदेशक अजीत सिंह ने किया। कार्यक्रम की लड़ियों को एक दूसरे से जोड़ते हुए सफल संचालन विजय बहादुर सिंह ने किया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में प्रधानाचार्य अनय प्रताप सिंह, मनीष कुमार तिवारी, डॉ अर्चना सिंह, डॉ श्लेष गौतम, डॉ रजनीकांत राय, श्वेता दुबे,नीरज कुमार दीक्षित, रवींद्र कुमार त्रिपाठी, राजू यादव, अनुज कुमार पांडेय, डॉ बृजेश खरे, संदीप कुमार त्रिपाठी, धर्मेंद्र कुमार सिंह, सतीश चंद्र त्रिपाठी, श्रीनारायण यादव, शिव श्याम तिवारी, डॉ ओम प्रकाश मिश्र, रवि कुमार सिंह,एबादुर रहमान, डॉ रेनू यादव, विजय बहादुर सिंह शामिल रहे।