वाराणसी कमिश्नरी पर तिरंगा फहराएंगे राजपथ राम, कहा- एक चपरासी को इतना सम्मान मिलेगा कभी सोचा नहीं था

- वाराणसी। देश को आज़ादी मिले 75वर्ष हो चुके हैं पर अभी भी कही न कहीं समाज की अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति इस स्वाधीनता में अपने अस्तित्व को तलाश कर रहा है। ऐसे में वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने पिछले कई वर्षों से एक मुहिम चला रखी है। उन्होंने हर स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के अवसर पर समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति को वाराणसी के सबसे बड़े अफसर के कार्यालय पर झंडा फहराने का अवसर दिया है। इस साल भी 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कमिश्नरेट कार्यालय पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजपथ राम झंडा फहराएंगे। कमिश्नर ऑफिस में सन 1984 से चपरासी के पद पर कार्यरत राजपथ राम इस सम्मान से फूले नहीं समा रहे हैं।
ब्रिटिश हुकूमत के दौरान जिस आलिशान सरकारी बिल्डिंग पर यूनियन जैक फहरा करता था उस कमिश्नरी कार्यालय पर इस साल स्वतंत्रता के 75वें वर्षगांठ पर चपरासी के पद पर तैनात 59 वर्षीय राजपथ राम झंडा फराएंगे। इस बात की जानकारी मिलते ही राजपथ राम की आँखों में ख़ुशी के आंसू छलक रहे हैं। राजपथ राम ने कहा की आज़ादी साल 1947 में मिली थी पर लगता है कि हम जैसों को आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ पर आज़ादी मिलेगी।
राजपथ राम ने बताया कि उनके 8 बच्चे हैं, जिसमे 5 पुत्र व दो बेटियां हैं। परिवार खुश है लेकिन आज कमिश्नर साहब की तरफ से जब इस बात की घोषणा की गयी तो दिल ख़ुशी के मारे झूम उठा। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे ऐसा मौक़ा मिलेगा और झंडा फहराने के लिए मुख्य अतिथि बनाया जाएगा।
15 अगस्त की सुबह सिकरौल निवासी राजपथ राम को लेने के लिए प्रोटोकॉल के हिसाब से कमिश्नर दीपक अग्रवाल की गाड़ी उनके घर सिकरौल जायेगी और उन्हें ससम्मान कमिश्नरी कार्यालय लाएगी, जहाँ वो तय समय पर राष्ट्रध्वज फहराएंगे। इस दौरान वाराणसी मंडल के कमिश्नर सहित तमाम आलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
वहीं जिलाधिकारी कार्यालय पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा स्वयं झंडा फहराएंगे। इसके आलावा कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को उनके आवास पर पहुंचकर सम्मानित किया जाएगा।