साहित्य सेवक का निधन,क्षेत्र में शोक

गाजीपुर जनपद के मुहम्मदाबाद क्षेत्र के सुल्तानपुर निवासी विद्वान पं. श्रीनिवास द्विवेदी (78)का शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया।उनके निधन से गांव में शोक है।उनका अंतिम संस्कार मुंबई में ही हुआ।मुखाग्नि उनकी पुत्री ने दिया।वह अपने पीछे पत्नी, पुत्री और भाई भतीजों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं।
पं.श्रीनिवास द्विवेदी भारतीय रिजर्व बैंक से वरिष्ठ भाषा प्रबंधक के पद से सेवा निवृत्त होकर साहित्य सेवा में तल्लीन थे।उन्होंने फादर कामिल बुल्के के अंग्रेजी हिंदी शब्दकोश को वर्षों मेहनत कर संपादित किया और हजारों नये शब्द उसमें शामिल कर उसे समृद्ध किया।साथ बैंकिंग के कार्य से जुड़े लोगों की सुविधा और जानकारी के लिए बैंकिंग शब्दावली का शब्दकोश तैयार किया।अभी वह अपनी आत्मकथा को अंतिम रुप देने में जुटे हुए थे।उनकी साहित्य साधना से अनेकों लोग प्रेरणा लेते रहे हैं।
पं श्रीनिवास द्विवेदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पूर्व प्रधान डा .अविनाश प्रधान ने कहा कि अभी उनसे समाज और साहित्य को बहुत कुछ मिलना शेष था।उनकी आत्मकथा ही हमें बहुत सारी चीजों से परिचित कराएगी।उनका गांव और देहात से काफी लगाव था।गंभीर अध्येता, सहज स्वभाव उनकी ओर लोगों को सहज ही आकर्षित कर लेता था।
शोक व्यक्त करने वालों में प्रो.अवधेश प्रधान, भाजपा सोनभद्र के पूर्व जिलाध्यक्ष रुद्रदेव दूबे, प्रो.आनंद प्रधान, चंद्रशेखर दूबे,धनंजय राय,कमलेश दूबे, सुबास गुप्ता, रविकांत दूबे, आनंद प्रधान, धनंजय प्रधान बबुआ,राधेश्याम दूबे आदि प्रमुख लोग हैं।