सेना के जवान राजनाथ का शव पहुंचा पैतृक गांव खारा
शव के पहुंचते ही क्षेत्रवासी हुए गमगीन
गाजीपुर जनपद के बरेसर थाना अंतर्गत खारा गांव निवासी सेना के जवान राजनाथ राम का पार्थिव शरीर गुरुवार सायं खारा गांव पहुंचा।

शव के गांव पहुंचते ही लोग गमगीन हो गए और पत्नी पार्थिव शरीर से लिपटकर रोने लगी। जानकारी के अनुसार राजनाथ राम पुत्र रमाशंकर राम मुम्बई में हवलदार के पद पर तैनात था। उसकी नौकरी 2001 में लगी थी।
बुधवार को ड्यूटी के लिए जाते वक़्त ट्रेन पर चढ़ते वक़्त पैर फिसलने से घायल हो गया। जिसके बाद इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।

यह भी बात दें कि राजनाथ राम 5 अप्रैल को घर से ड्यूटी के लिए गया था उसने छुट्टी के लिए अर्जी लगाई थी और उसकी छुट्टी 26 जून को मंजूर हो गई थी।
राजनाथ राम के चार बच्चे हैं। जिसमे दो पुत्रियों में सबसे बड़ी पुत्री कशिश की उम्र 14 वर्ष, अंशिका की उम्र 12 वर्ष और दो पुत्रों शिवम की उम्र 10 वर्ष और सत्यम की उम्र 7 वर्ष है
सेना के जवान राजनाथ राम का अंतिम संस्कार सुल्तानपुर घाट पर हुआ जहां उसके पिता रमाशंकर राम ने मुखाग्नि दी।

जवान राजनाथ राम के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने के दरम्यान स्थानीय थाना बरेसर के एसओ सहित चौकी इंचार्ज पवन सिंह और तहसीलदार कासिमाबाद, ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी ब्रजेन्द्र सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी शिवशंकर सिंह, शौकत अंसारी सहित हजारो लोगो ने मृतक जवान को श्रद्धांजलि दी।

युवाओं की टोली हाथो मे तिरंगा लेकर नारा लगाते हुए चल रही थी जब तक सुरज चांद रहेगा राजनाथ तेरा नाम रहेगा,भारत माता की जयकारा लगाकर गार्ड आफ आनर के साथ राजनाथ पंचत्व मे विलिन हो गये।