गाजीपुर से चल कर सिद्धार्थ की भारत यात्रा पीलीभीत पहुंची

गाजीपुर से जिस भारत यात्रा की शुरूवात सिद्धार्थ सेवार्थ के द्वारा 7 मार्च को हुई थी वह भारत यात्रा चंदौली.वाराणसी.भदोही. प्रयागराज.रायबरेली. लखनऊ.सीतापुर. हरदोई , शाहजहाँपुर होते हुए पीलीभीत पहुँच गयी । पीलीभीत पहुँचने पर यात्रा का जबरदस्त स्वागत किया गया।

जिसके बाद सिद्धार्थ ने सबसे पहले शहीद अशफाकउल्ला ख़ाँ जो की भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के स्वतंत्रता सेनानी थे की मज़ार पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए चादर चढ़ाई और कहा की आप जैसे वीर शहीदों की वजह से आज हम निर्भिक और स्वतंत्र रूप से अपने देश की यात्रा कर पा रहे हैं।

इसके बाद सिद्धार्थ शहीद अशफाकउल्ला ख़ाँ के घर गये उनके परिवार के सदस्यों से मुलाक़ात की और एक मुट्ठी अनाज दान में लिया।फिर यात्रा गोमती उदगम् पर पहुँची जहाँ से गोमती नदी की शुरूवात होती है। यहाँ पर यात्रा का स्वागत किया गया और दर्शन के बाद सिद्धार्थ ने कहा की वो बहुत भाग्यशाली हैं की उनको गोमती उदगम के भी दर्शन हुए और उस जगह के भी दर्शन हुए जहाँ गोमती नदी का समागम होता है जो की वाराणसी – ग़ाज़ीपुर मार्ग पर स्थित मार्कण्डेय महादेव के पास स्थित है।

अनेकों विद्यालयों में कार्यक्रम करने के बाद यात्रा पीलीभीत के बाँसुरी बनाने वाले कारीगरों के पास पहुँची।जहाँ पर सिद्धार्थ ने कारीगरों को सम्मानित किया।यात्रा नेपाल सीमा पर स्थित पीलीभीत के आख़री गाँव रमनगवा गयी जहाँ बंगाली परिवार रहते हैं उनसे बात चीत की और घर घर जाकर अनाज दान में लिया । इसके बाद यात्रा रामपुर जिले के लिए रवाना हो गयी।रामपुर के बाद भारत यात्रा उत्तराखंड पहुँचेंगी ।
