23 फरवरी से 3 मार्च तक लंका मैदान में पूज्य राजन जी महाराज की राम कथा
आयोजन समिति की बैठकें जारी

श्रीराम कथा समिति चीतनाथ घाट गाजीपुर की तरफ से रामलीला मैदान लंका में आगामी 23 फरवरी से लेकर 3 मार्च तक प्रस्तावित नौ दिवसीय कथा के बाबत की जा रही तैयारियों के क्रम में स्थानीय नगर के आर्य समाज मंदिर चीतनाथ पर समिति के पदाधिकारियों सहित कथा प्रेमी श्रृद्धालुओं की आवश्यक बैठक बुलाई गई जिसमें विशेष रूप से नौ दिन तक चलने वाली कथा के लिए प्रत्येक दिन दैनिक रूप से भाग लेने वाले मुख्य सपत्नीक यजमान के चयन हेतु नियम एवं शर्तों के निधार्रण सहित जनपद के विभिन्न अंचलों से कथा श्रवण हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण से लेकर उनके बैठने कि समुचित व्यवस्था, रामलीला मैदान में वाहन पार्किंग के स्वरूप आदि विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी।

रामचरितमानस कि पवित्र चौपाई “राम काज किन्हें बिनु मोहिं कहाँ विश्राम” के साथ आरम्भ हुये समिति के बैठक में अपने मार्गदर्शन एवं विचार देते हुए श्री जवाहर लाल वर्मा ने कहा कि मानव जीवन को दैहिक, दैविक, भौतिक त्रिविध ताप से मुक्त कराने का सामर्थ्य रखने वाली इस कथा के आयोजन का संकल्प हम तभी सिद्ध कर पायेंगे जब हम निश्चछल भाव से श्रीराम का दास बनकर अपने मान सम्मान व स्वाभिमान का परित्याग कर इस कथा को सफल बनाने में समर्पित भाव से लग जायें, वक्ताओं के क्रम में साहित्य चेतना समाज के चेयरमैन श्री अमरनाथ तिवारी “अमर” एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्री ओमप्रकाश अरूण ने संयुक्त रूप से अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि यदि समर्पित कार्यकर्ताओं की एक मजबूत टीम बनाकर पूरी निष्ठा एवं लगन से हम सभी श्रृद्धालु राम भक्त अभी से कथा के सफल संपादन की तैयारी में लग जाए तो इसमें कोई संदेह नहीं की गाजीपुर के धरा-धाम पर यह श्रीराम कथा ऐतिहासिक रूप से सफल होते हुए गाजीपुर के इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित करा जायेंगी। इस मौके पर मुख्य रूप शशिकांत वर्मा, राघवेंद्र यादव, प्रभाकर त्रिपाठी “मोनू जी” , हरिओम अग्रहरि, सतीश वर्मा, आलोक सिंह,राजन जायसवाल, रमेश वर्मा, शशांक मिश्रा, आशीष वर्मा, शिवजी वर्मा, राकेश जायसवाल, संजय मिश्रा, आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे, बैठक का संचालन कमलेश कुमार वर्मा ने किया।