यदि विवेकानंद का हमारे देश में”जन्म “नहीं हुआ होता तो हमारा देश कभी स्वतंत्र नहीं हुआ होता-डाक्टर आनन्द सिंह

डॉ राम मनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज अध्यात्म पुरम गाजीपुर में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें उच्च स्तरीय वक्ताओं द्वारा स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला गया।गोष्ठी के मुख्य वक्ता सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस के मुख्य प्रबंध निदेशक डॉ आनंद सिंह ने स्वामी विवेकानंद को महामानव तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी रवींद्रनाथ टैगोर लाल बहादुर शास्त्री जैसे महापुरुषों को उनका अनुआई बताते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा की यदि विवेकानंद का हमारे देश में”जन्म “नहीं हुआ होता तो हमारा देश कभी स्वतंत्र नहीं हुआ होता

क्योंकि उन्हीं के मनन चिंतन दर्शन का प्रभाव हमारे देश के उन युवा वर्गों को जगाया जो देश को आजाद कराने मैं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई क्योंकि जीवन का सबसे बड़ा ताकतवर स्वरूप अवस्था उसकी युवा अवस्था होती है अंत में महाविद्यालयों के विद्यार्थियों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आप भी उस मिट्टी के दीए की भांति अंधेरा मिटाने का प्रयास करो जब सूर्यास्त हो जाने के बाद सूर्य का कोई बराबरी नहीं कर पाता लेकिन दीपक अंधेरा मिटाने का कार्य तो करता है।
वक्ताओं की लाइन में पंडित वासुदेव पांडे नरेंद्र सिंह राजेश सिंह तथा कुछ उच्च कक्षा के छात्र छात्राओं ने भी स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला। संचालन कर रहे हैं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ धीरेंद्र कुमार मिश्र ने स्वामी विवेकानंद के देश के प्रति समाज के प्रति समाज में रहने वाले हर एक व्यक्तियों के प्रति चाहे वह स्त्री हो या पुरुष जो उन्होंने आदर्श पौरूष संकल्प की स्थापना जैसा अद्वितीय कार्य जो उनके द्वारा किया गया वह अपने देश ही नहीं पूरे विश्व के लिए कल्याण कारक साबित हुआ।

महाविद्यालय के निदेशक प्रमोद कुमार सिंह ने गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए सब का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर रंगोली पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।कार्यक्रम मे सत्येंद्र कुमार सिंह. कमलेश यादव. विश्वकर्मा प्रसाद. गोवर्धन पासवान.रविंद्र राम. भूप नाथ तिवारी. दिनेश चंद्र श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।