बरेसर थाना पुलिस ने लूट और हत्या मामले का किया पर्दाफाश
बाइक की चाभी न देने पर सूर्यभान को मारी थी गोली

गाजीपुर जनपद की बरेसर थाना पुलिस ने स्वाट टीम के साथ गुरुवार की देर रात हल्की मुठभेड़ के बाद एक 25 हजार का इमानिया सहित दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनके पास से पिस्टल, कारतूस, बाइक और नकदी के साथ ही थम्ब स्कैनर मशीन बरामद करते हुए लूट और हत्या की घटना की खुलासा किया। शुक्रवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में अभियुक्तों को मीडिया से मुखातिब कराते हुए पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि गिरफ्त में आए अभियुक्तों के खिलाफ विभिन्न थाना में हत्या, लूट, हत्या के प्रयास सहित अन्य आपराधिक मामले दर्ज है। लूट की वारदात के बाद बाइक की चाभी न देने पर बदमाशों ने गोली मारकर सूर्यभान चौहान की हत्या की थी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया शांति व्यवस्था के मद्देनजर बड़ेसर थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार मिश्रा पुलिस कर्मियों के साथ गश्त पर थे। इसी दौरान तिराहीपुर में स्वाट टीम प्रभारी श्याम जी यादव टीम के साथ आ गए। अपराध और अपराधियों के संबंध में बातचीत होने लगी। इसी बीच रात करीब ढाई बजे रसड़ा की तरफ से एक तेज रफ्तार बाइक आती दिखाई दी। संदेह होने पर जैसे ही पुलिस ने बाइक चालक को रुकने का इशारा किया, वह बाइक मोड़कर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने घेरेबंदी करना चाहा तो पीछे बैठे व्यक्ति ने फायर झोंक दिया। पुलिस टीम ने अपने को बचाते हुए घेरेबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि फंदे में आए अभियुक्त बरेसर थाना के रेंगा गांव निवासी 25 हजार का इनामिया रामअवध उर्फ शेरू और जमानिया कोतवाली क्षेत्र के देवरिया निवासी राहुल राय है। इनके पास से 9 एमएम एक और 32 बोर का एक पिस्टल, तीन कारतूस, एक बाइक और एक लाख पांच हजार150 रुपया तथा एक थम्ब स्कैनर मशीन बरामद हुआ। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि 12 नवंबर की रात बरेसर चट्टी से एक अपाचे बाइक चुराया था। इसी बाइक से अपने मित्र राहुल राय के साथ 15 अक्टूबर को यूनियन बैंक के बगल में ग्राहक सेवा केंद्र के कर्मचारी से पैसा लेकर जाते समय काशीनाथ एमएलसी स्कूल सड़क पर केंद्र संचालक को पिस्टल सटाकर उसका पैसों से भरा बैग छीन लिया था। पैसा लूटने के बाद हम लोग जा रहे थे कि अचानक बाइक बंद हो गई। काफी प्रयास के बाद भी चालू नहीं हुई। इसी बीच एक व्यक्ति बाइक लेकर खड़ा दिखाई दिया। हम लोगों ने उससे चाभी मांगा, लेकिन वह चाभी नहीं दे रहा था। इससे गुस्से में आकर राहुल ने उसके पीठ में गोली मार दिया था। इसके बाद हम लोग बाइक लेकर फरार हो गए थे। रास्ते में बैग को चेक किया तो उसमें लैपटाप व पैसा था। पकड़े जाने से डर से लैपटाप को रास्ते में फेंक दिया था। इसके अलावा भी हम लोगों ने लूट सहित अन्य कई वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस अधीक्षक डा. सिंह ने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ जिले के कई थानों के साथ ही बलिया में कुल 28 अपराधिक मामले दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में बरेसर थाना प्रभारी निरीक्षक और स्वाट टीम प्रभारी के साथ ही उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार उपाध्याय, हेड कांस्टेबल रामभवन यादव, कां. रामप्रताप सिंह, विनय यादव, राणाप्रताप, आशुतोष सिंह, भाईलाल, विकास श्रीवास्तव, ओमप्रकाश सिंह, का. नीरज कुमार, दिवाकर सिंह, अमित कुमार, प्रकाश यादव, यशवंत सिंह, विधि यादव, अवधेश सिंह, महिला कांस्टेबल खुशबू सिंह, श्वेता सिंह शामिल रही।