ताज पब्लिक स्कूल में गोष्ठी सम्पन्न

ताज पब्लिक स्कूल में गोष्ठी सम्पन्न
गाजीपुर जनपद के ताजपुर स्थित ताज पब्लिक स्कूल के प्रांगण में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वसीम अहमद क़ादरी के सम्मान में एक गोष्ठी का आयोजन हुआ जिस का मुख्य विषय नशा उन्मूलन एवं पर्यावरण संरक्षण रहा। इस विषय पर अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए और नशे को समाज का अभिशाप बताया। पर्यावरण संरक्षण के बारे में वेद यादव प्रधान पिहुली ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि सैंकड़ों पेड़ लगवाए जाने के बावजूद उस की देखभाल ,और आम जनमानस के उदासीनता के कारण नाम मात्र पेड़ बचे। आवश्यकता है सभी मानस को पर्यावरण से जागरूक करने का। इसी विषय को आगे बढ़ाते हुए पत्रकार रामचंद्र सिंह ने स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छता अभियान की पहल को सामने रखते हुए कहा कि स्वच्छता सिर्फ़ बाहरी नहीं बल्कि अंतर्मन की भी होनी चाहिए। तभी इंसान हर प्रकार की बुराइयों से बच सकता है। इसी क्रम में विक्की तिवारी ने गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे वसीम अहमद क़ादरी का स्वागत करते हुए कहा कि कम लोग हैं जो इतने बड़े पद पर पहुंचने के बाद अपनी माटी को और अपने संगी साथी को याद रखते हैं। उन्होंने कहा कि नशाखोरी को डरा धमका कर दबाव बना कर नहीं छुड़ाया जा सकता है बल्कि प्यार से समझा बुझा कर छुड़ाना चाहिए। और स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ पर्यावरण का होना आवश्यक है जिस की जिम्मेदारी हम सब की है। समाजसेवी विपिन बिहारी सिंह (टुनटुन सिंह) जी ने विद्यालय के डायरेक्टर डाo मसूद अहमद के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि स्वच्छ अभियान जो भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा है पर्यावरण संरक्षण की एक कड़ी है और इस प्रयास में सभी को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
जनता जनार्दन इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य नर्वदेश्वर राय ने पर्यावरण पर चर्चा करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को ऑक्सीजन के लिए तीन पेड़ की आवश्यकता होती है और बेहतर जीवन के लिए पांच पेड़ मगर दुर्भाग्य यह है कि जहां जनसंख्या बढ़ रही है पेड़ कट रहे हैं जिस के कारण तरह तरह की बीमारियां हो रही हैं ।
यूसुफपुर से आए शादाब क़ादरी ने सभी को इस बात का आह्वाहन किया कि किसी भी व्यक्ति को चाहे वह जिस भी फ़ील्ड में हो अपने कर्तव्य का सही निर्वहन करे। जिस से एक ऐसा समाज का निर्माण हो जिस में सभी को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हो। मां बाप अपने बच्चों को विज्ञान और समाजिक शिक्षा के साथ साथ अपने अपने धर्म की सही शिक्षा भी दें।