शहीद अखिलेश राय की शवयात्रा में उमड़ा जनसैलाब

शहीद अखिलेश राय की शवयात्रा में उमड़ा जनसैलाब
गाजीपुर-छत्तीसगढ़ के जिला काकेर में बीएसएफ की 47वी बटालियन में तैनात हेड कांस्टेबल अखिलेश राय का संयुक्त दल की गस्ती के दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंग में विस्फोट से निधन हो गया। शनिवार को उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव गाजीपुर जनपद के शेरपुर खुर्द में लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
बीएसएफ जवान के पार्थिव शरीर के साथ आए बीएसएफ के जवानों के द्वारा परिजनों को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा सौपा गया।शहीद के पार्थिव शरीर के साथ आए जवानों ने आसमान में गोलियां दाग कर हेड कांस्टेबल अखिलेश राय को अंतिम सलामी दी और बेटे अतुल कुमार राय ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। शेरपुर से गंगा तट तक हजारों हजार की संख्या में लोग शव यात्रा में शामिल रहे। उपस्थित लोगों ने शहीद के शव को कंधा दिया। पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने भी शवयात्रा में कंधा दिया और अंतिम संस्कार तक गंगा तट पर उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी गाजीपुर आर्यका अखौरी ने बीएसएफ जवान के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में जिला प्रशासन उनके परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने भगवान से प्रार्थना कि वे दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे और परिवार को इस दुख की घड़ी से बाहर निकलने की शक्ति दे। उन्होंने कहा कि सैनिक देश की सीमा की रक्षा करते है तो देश के नागरिक सकून महसूस करते हैं। ऐसे शूरवीरों पर प्रत्येक नागरिक को गर्व होना चाहिए। जिला प्रशासन की और से अंतिम संस्कार में पहुंची जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने सैनिक के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्घांजलि देते हुए उन्हें नमन किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने शहीद के परिजनों से मिलकर उनका ढांढ़स बंधाते हुए शासन की ओर से 50 लाख रूपये एवं परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन दिया।इस दौरान उनके अंतिम संस्कार में सामाजिक, धार्मिक व राजनैतिक दलों के साथ-साथ हजारों की संख्या में ग्राम वासी एवं क्षेत्र वासी शामिल हुए।