हमारा संविधान बाइबिल,गीता,कुरान,गुरु ग्रंथ साहिब आदि धार्मिक ग्रंथों के समान पवित्र है – फादर पी विक्टर

दिनांक 26 नवम्बर 2020 को सेंट जॉन्स स्कूल सिद्दीकपुर, जौनपुर में संविधान दिवस मनाया गया।आज ही के दिन 1949 में भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ और आंशिक रूप से लागू किया गया।हमारे संविधान निर्माताओं ने इस दिन को अविस्मरणीय बनाने के लिए इस दिन को संविधान-दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया।इसके पश्चात प्रतिवर्ष हमलोग संविधान-दिवस मनाकर अपने संविधान को सम्मानित करते हैं।कोविड 19 महामारी को देखते हुए विद्यालय में बहुत ही सादगीपूर्ण ढंग से संविधान दिवस मनाया गया।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर,शिक्षक वृन्द एवं विद्यार्थियों ने पुष्पांजलि समर्पित कर अपने संविधान को सम्मानित किया।

इस अवसर पर अपने उद्बोधन में प्रधानाचार्य फादर विक्टर ने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए बाइबिल,गीता,कुरान,गुरुग्रंथ साहिब आदि धर्मग्रंथों के समान पवित्र है अतः अपने संविधान का सम्मान एवं उसके अनुरूप आचरण करना हम सब का नैतिक कर्त्तव्य है।यह संविधान हमारे लिए एवं हमारे द्वारा निर्मित है अतः संविधान की मूलभावना को अक्षुण्ण रखना हमारा परम कर्त्तव्य है।इसके मूल उद्देश्य को बाधित करने की कोशिश करनेवाली ताकतों से संघर्ष करने के लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए जिससे देश की एकता,अखंडता, भाईचारा एवं सद्भाव बना रहे।संविधान का सम्मान ही देश का सम्मान है।देश का सम्मान देश के हर वर्ग,जाति, धर्म के लोगों के सम्मान में ही निहित है।इसके लिए हमें गुरुजन,अभिभावकगण,डॉक्टर,नर्स, मजदूर,किसान,सफाई कर्मी एवं समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के सम्मान एवं गरिमा का खयाल रखना होगा।संविधान में निर्णित मूलाधिकार एवं मूलकर्त्तव्यों के बीच सामंजस्य एवं साम्यावस्था स्थापित करने की कला सीखनी होगी।इस अवसर पर सिस्टर निकोलस, प्रेमशंकर यादव,नीरज मिश्र,प्रवीण कुमार उपाध्याय, संतोष त्रिपाठी,अरविंद मिश्र,परवेज अहमद,अमित राय,गिरीश कुमार गुप्ता,सौरभ सिन्हा,तबस्सुम मैम,समीना फारूकी,नीलम मिश्रा,रंजना पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।