संतों के सानिध्य में भृगुमंदिर बलियां से प्रारंभ हुई पाँच दिवसीय पंचकोशी परिक्रमा

सप्तद्वीपों की परिक्रमा , सभी पापों को नष्ट करने वाली एवं सर्वत्र विजय प्रदान करने वाली यात्रा में दिखा युवाओं का जोश

विकास राय गाजीपुर-भृगु – दर्दर क्षेत्र की पंचकोशी परिक्रमा यात्रा भृगु मंदिर बलिया से स्वामी रामबालकदास जी महाराज , श्री विनय ब्रह्मचारी जी , वेदान्ती जी महाराज श्री अयोध्या धाम एवं श्री बद्रीविशाल जी महाराज के सानिध्य में गाजे बाजे के साथ अपने पहले पड़ाव गर्गाश्रम , वेदव्यास जन्मभूमि सागरपाली के लिये प्रस्थान किया ।

आगे- आगे मोटरसाइकिलों पर झण्डा लहराते युवाओं के पीछे संतों , भक्तों की कीर्तन करती टोली के पीछे रथारूढ़ भृगक्षेत्र के दिग्पाल देवताओं के विग्रहों का दर्शन – पूजन कर पुराधिपति बाबा बालेश्वरनाथ की नगरी के नर – नारी निहाल हो गए ।

यात्रा का स्वागत नगर में स्थान – स्थान पर लोगों ने किया । श्री रामजानकी मंदिर खोरीपाकड़ पर भी यात्रा का आरती पूजन किया गया ।

पंचकोशी परिक्रमा के संबंध में साहित्यकार शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि गर्गाश्रम सागरपाली रेलवे स्टेशन के पास पंचकोशी मेले मे रात्रि विश्राम के उपरांत सोमवार को प्रातः काल यह परिक्रमा के तीर्थयात्री विमलतीर्थ देवकली पहुँचेगें , जहाँ रात्रि विश्राम करेंगे । मंगलवार को यहाँ से प्रातः काल चलकर कुशेश्वर – क्षितेश्वर महादेव मंदिर छितौनी में रात्रि विश्राम कर बुधवार को पराशर आश्रम परसिया पहुँचेगें । इन सभी स्थानों पर पंचकोशी के मेले लगते हैं । जो कोविड महामारी के कारण नियमों का पालन करते हुए दोगज की दूरी , मास्क के साथ संक्षेप में परम्परा निर्वाह करने के लिए लगेंगे ।

द वैदिक प्रभात फाउंडेशन के तत्वावधान में नगर में निकली पंचकोशी परिक्रमा की शोभायात्रा में परिक्रमा यात्रा संवाहक खाकी बाबा के वंशज पुजारी उमेश चन्द्र चौबे, जितेन्द्र सिंह, शत्रुघ्न पाण्डेय, विजय शुक्ल, आशीष बर्नवाल ,
अटल विहारी सिंह, रोहित सिंह, ओम प्रकाश पांडेय, राममूर्ति जी ,संजय सिंह, मिथिलेश सिंह, दिलीप राय, बलजीत सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही ।