Ghazipur के बाराचवर में फर्जी डिग्री पर 5 साल से सरकारी स्कूल में नौकरी कर रहा था शख्स, अब वसूली जाएगी सैलरी

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Ghazipur के बाराचवर में फर्जी डिग्री पर 5 साल से सरकारी स्कूल में नौकरी कर रहा था शख्स, अब वसूली जाएगी सैलरी

बेसिक शिक्षा विभाग फर्जी अध्यापकों पर निरंतर नकेल कसने में जुटा हुआ है। ऐसे ही एक ताजा मामलें में विभागीय जांच के दौरान बाराचवर ब्लॉक के सिउरी में सरकारी स्कूल में हेडमास्टर के तौर पर सेवारत शिक्षक के शैक्षणिक प्रमाण को विभागीय जांच में फर्जी पाया गया है। फर्जी टीचर के खिलाफ एफआइआर लिखवाने के साथ ही रिकवरी के आदेश बीएसए ने पारित किया है।

विभागीय जानकारी के अनुसार बाराचवर ब्लॉक के सिउरी में सरकारी स्कूल में हेडमास्टर के तौर पर सेवारत श्याम नारायण यादव की शैक्षणिक डिग्री विभागीय जांच में फर्जी पायी गई है।इनकी नियुक्ति शिक्षक के तौर पर 1997 में हुई थी।प्रमोशन के बाद 4-5 साल पहले यह हेडमास्टर बन गए थे।कुछ लोगों से श्याम नारायण की डिग्री फर्जी होने की शिकायत विभाग को मिली थी।इसी क्रम में जांच करते हुए जानकारी मिली कि श्यामनारायण के सभी शैक्षणिक दस्तावेजों को जांच के लिए संबंधित बोर्ड और यूनिवर्सिटी को भेजा गया।यह सिलसिला करीब 2 महीने पहले शुरू हुआ।जांच में यह पाया गया कि श्यामनारायण की शैक्षणिक डिग्री फर्जी है।

शिक्षकों के डिग्री सत्यापन आदि से जुड़े मामलों को देखने के लिए बनी जिला स्तरीय कमेटी ने श्याम नारायण की सैलरी रोक कर , उसे नोटिस भेज।विभाग ने उससे इस मसले पर खुद का पक्ष रखने को कहा।लेकिन,अध्यापक यादव ने अपना पक्ष नही रखा।जबकि विभाग का कहना है कि उसे अपना पक्ष रखने के लिए तीन मौके दिए गए। बीएसए हेमंत राव ने फर्जी पाए गए अध्यापक यादव को बर्खास्त कर दिया है।इसके साथ ही संबंधित बीईओ को फर्जी टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए आदेश पारित किया है।वहीं बीएसए राव के अनुसार फर्जी शिक्षकों के लेखा विभाग से मिली रिपोर्ट के आधार पर सैलरी रिकवरी का प्रावधान है। इस फजी टीचर के मामले में भी विभाग सैलरी रिकवर करेगा।

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