गाजीपुर में पुलिस पर भारी पड़े सपाई, धकियातें हुए उतर गए सड़क पर

गाजीपुर। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर सपा द्वारा 21 सितंबर को विभिन्न समस्याओं से संबंधित 22 सूत्री राज्यपाल को सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को देना था। इस कार्यक्रम के तहत बंशीबाजार स्थित लोहिया भवन कार्यालय पर सुबह नौ बजे से ही सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के पहुंचने का क्रम शुरु हो गया। 11 बजे तक बड़ी संख्या में सपाई वहां पहुंच गए। उधर इन्हें ज्ञापन देने जाने से रोकने के लिए एक तरफ जहां कार्यालय का मुख्य गेट पुलिस छावनी में तब्दील था, वहीं कचहरी स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के आसपास कई स्थानों पर बैरेकेडिंग की गई थी ताकि डीएम के ज्ञापन देने के लिए सपाई जुलूस लेकर न आ सके। सपा कार्यालय गेट पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स देख दूर-दराज से आए तमाम कार्यकर्ता अंदर जाने से भयभीत थे। जब इस बात जानकारी हुई जिलाध्यक्ष रामधारी यादव को हुई तो वे गेट पर पहुंचे और सदर सीओ ओजस्वी चावला तथा कोतवाल दिलीप सिंह से वार्ता करते हुए कहा कि आप पुलिस को गेट से हटा दीजिए ताकि कार्यकर्ता अंदर आ सके। कहा कि या तो जिलाधिकारी यहां पर ज्ञापन लेने के लिए, नहीं तो हम लोग ज्ञापन देने के जाएंगे। सपाई कार्यालय में भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। दिन में करीब पौने 12 बजे जंगीपुर विधायक डा. विरेंद्र यादव और पूर्व सांसद राधेमोहन के साथ सैकड़ों सपाजन हाथों में झंडा लिए और नारेबाजी करते हुए कार्यालय से निकलते हुए मुख्य गेट की तरफ बढ़े, जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखा था। उनके गेट पर आते ही पुलिस भी पूरी तरह से फार्म आ गई और उन्हें रोकने लगी। पुलिस और सपाइयों में तीखी झपड़ शुरु हो गई, लेकिन सपाई किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं थे। वह ज्ञापन जाने की जिद्द पर अड़े रहे और धक्का-मुक्की शुरु हो गई। सपाई बलपूर्वक बैरिकेडिंग को हटाने लगे और पुलिस उन्हें रोकने के लिए जद्दोजहद करने लगी, लेकिन पुलिस आखिरकार करती भी क्या, सपाइयों की संख्या अधिक थी, जबकि पुलिस की कम। जोश का परिचय देते हुए सपाई पुलिस से धक्का-मुक्की करते हुए सड़क की तरफ बढ़े। इसी सदर सीओ ने बलपूर्वक विधायक डा. विरेंद्र यादव को पकड़कर धकियां दिया, इस पर सपाई आग बबूला होते हुए सीओ को घेरकर धक्का-मुक्की करते हुए कार्यालय से करीब 50 मीटर की दूरी पर पहुंच गए। फिर पुलिस ने उन्हें रोका और वार्ता शुरु किया। सपाजन इस जिद्द पर अड़े रहे कि या तो जिलाधिकारी ज्ञापन लेने के लिए यहां पर आए या फिर हम लोग ज्ञापन देने के लिए जाएंगे। इस मांग को लेकर वह गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर बैठकर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करन लगे। इससे आवागमन ठप हो गया। सपाइयों ने विरोध में दर्जनों काला गुब्बारा उड़ाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए करीब एक घंटा बाद सदर एसडीएम प्रभाष कुमार वहां पहुंचे और ज्ञापन लिए इसके बाद सपाजन सड़क से उठे और आवागमन सुचारू हुई। इस मौके पर पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, विवेक सिंह शम्मी सिंह, सुधीर यादव बब्बू, सदर विधानसभा अध्यक्ष तहसीन अहमद, सदानंद यादव, जंगीपुर विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव, जिला महासचिव अशोक बिन्द, मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष निजामुद्दीन खां, जिला उपाध्यक्ष कन्हैयालाल विश्वकर्मा, आमिर अली, अतीक अहमद राईनी, सत्येन्द्र यादव सत्या, अभिषेक यादव, रामवचन यादव प्रधान, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष सदानंद कनौजिया, चौथी यादव, अमित ठाकुर, डा. समीर सिंह, भंयकर यादव, अरविंद यादव, आलोक कुमार, अजय तिवारी, रामयश यादव, संगीता यादव, रीना यादव, परशुराम बिन्द, नरेंद्र कुशवाहा, राजकिशोर यादव, नन्दलाल यादव, रमेश यादव, कमलेश बिन्द, अभिनव, नीतिश खरवार, दिनेश यादव, राकेश यादव, शिवपूजन यादव, हरिकेश यादव, राजेश यादव, जुम्मन, ओमप्रकाश सिंह, नन्हे, राहुल, परवेज अहमद, चन्द्रबली यादव, ओमकार यादव, संदीप यादव सहित सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे।

यह है सपा की मांग
1-अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षतिपूर्ति का तत्काल प्रबंध हो।
2-गन्ना किसानों का बकाया और नियमानुसार देय ब्याज का भुगतान शीघ्राताशीघ्र किया जाए।
3-बिजली की दरों में बेतहाशा वृ्द्धि रोकी जाए। बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली दी जाए। उनसे बकाया वसूली कोरोना संकट काल में रोकी जाए।
4-फर्जी एनकाउंटर बंद हो। हिरासत में मौतों की न्यायिक जांच हो।
5-छात्रों की पांच महीने लाकडाउन अवधि की फास मांफ की जाए, बड़े स्कूलों में पात्र गरीब छात्रों को प्रवेश दिलाया जाए।
6-बी.एड. व अन्य पाठक्रमों में दलित छात्रों को निःशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था लागू हो।
7-अपराधों की रोकथाम हो। खासकर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी एवं सख्त कार्रवाई के आदेश दिए जाए। अपराधियों की जमानत न हो, इसकेलिए अभियोजन पक्ष को तस्दीक की जाए।
8-सरकारी सेवाओं में वर्ग ख और ग के कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगे।
9-समाजवादी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं का फर्जी केस लागकर उत्पीड़न तत्काल बंद हो। जेल में बंद पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खां और उनके परिवार को बदले की भावना से किया जा रहा उत्पीड़न बंद हो।
10-जब तक राज्य सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए आजीविका की व्यवस्था न कर सकें, उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
11-समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर दर्ज राजनैतिक मुकदमा वापस लिया जाए।
12- ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों की अकारण जांच के नाम पर उत्पीड़न बंद किया जाए।
13-छह लेंथ, फोर लेंथ व रेलवे के लिए अधिग्रहित भूमि का मुआवजा किसानों को तत्काल भुगतान कराया जाए।
14-जिलाधिकारी गाजीपुर के न्यायालय में आरविट्रेशन के अंतर्गत दर्ज मुकदमों का तत्काल निस्तारण कराकर किसानों का भुगतान कराया जाए।
15-जले हुए ट्रांसफार्मर की जगह 72 घंटा के अंदर नया ट्रांसफार्मर लगाया जाए।
16-अनियमित विद्युत कटौती पर रोक रोक लगाई जाए।
17-किसानों के समक्ष उत्पन्न उर्वरक किटनाशक की समस्या का तत्काल समाधान किया जाए।
18-आवारा पशुओं से किसानों की होने वाली क्षति का सरकार क्षतिपूर्ति प्रदान करें।
19-अब्दुल हमीद सेतु को तत्काल चालू कराया जाए।
20-जनपद की बदहाल सड़कों की तत्काल मरम्मत कराई जाए।
21-एन.ए.-31 पर स्थित जर्जर कठवामोड़ पुल का नया निर्माण कराया जाए।
22-कोविड-19 कीट खरीद में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तथा दोषी अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए।

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