बिहार में बनेगी माता सीता की सबसे ऊंची प्रतिमा, 251 मीटर की प्रतिमा सीतामढ़ी में होगी स्थापित, आईआईटी पटना देगा तकनीकी सहयोग

बिहार में बनेगी माता सीता की सबसे ऊंची प्रतिमा, 251 मीटर की प्रतिमा सीतामढ़ी में होगी स्थापित, आईआईटी पटना देगा तकनीकी सहयोग
बिहार में बनेगी माता सीता की सबसे ऊंची प्रतिमा ,अशोक वाटिका से लाई जाएगी जल-मिट्टी, शक्तिपीठ बनाने की योजना
इस शक्तिपीठ की स्थापना के लिए उन सभी जगहों की जल-मिट्टी लाकर निर्माण स्थल की भूमि से मिलाई जाएगी जहां-जहां माता सीता के कदम पड़े हैं। इनमें 51 शक्तिपीठ सहित बाली इंडोनेशिया श्रीलंका (अशोक वाटिका) जैसी कई अन्य जगहें भी शामिल हैं।
रामायण रिसर्च काउंसिल (Ramayana Research Council) माता सीता (Mata Sita) की जन्मस्थली बिहार (Bihar) के पौराणिक तीर्थ सीतामढ़ी में सीता माता की सबसे ऊंची प्रतिमा (Tallest Statue) स्थापित करने जा रही है। 12 एकड़ भूमि पर स्थापित की जाने वाली अष्टधातु की माता सीता की इस प्रतिमा के साथ ही पूरे क्षेत्र को शक्तिपीठ के रूप में विकसित करने की योजना है। प्रतिमा के चारों ओर वृत्ताकार रूप में श्रीभगवती सीता माता के जीवन दर्शन (Life Circle of Shri Bhagwati Sita Mata) को दर्शाते हुए 108 प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
शक्तिपीठ की भूमि में मिलाई जाएगी इन-इन जगहों की मिट्टी शक्तिपीठ की स्थापना को सभी 51 शक्तिपीठों संग बाली (Bali), इंडोनेशिया (Indonesia), श्रीलंका (Sri Lanka) (अशोक वाटिका) व ऐसे सभी स्थल जहां-जहां माता सीता के चरण पड़े थे, वहां से जोत, मिट्टी और जल लाकर शक्तिपीठ की भूमि में मिलाई जाएगी।