फाइलेरिया उन्मूलन : 25 रोगियों को प्रदान की गई ‘एमएमडीपी’ किट

फाइलेरिया उन्मूलन : 25 रोगियों को प्रदान की गई ‘एमएमडीपी’ किट
फाइलेरिया प्रभावित अंगों की साफ-सफाई के प्रति किया जागरूक
गाज़ीपुर फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले में हर दिन नए प्रयास किए जा रहे हैं । इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद पर सोमवार को फाइलेरिया (हाथी पांव) ग्रस्त 25 मरीजों को रुग्णता प्रबंधन के लिए एमएमडीपी किट और आवश्यक दवा दी गई । साथ ही रोगियों को घाव की नियमित सफाई के तरीके बताए गए ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ जेएन सिंह ने बताया कि फाइलेरिया ग्रस्त अंगों मुख्यतः पैर की साफ-सफाई रखने से इंफेक्शन का डर नहीं रहता है और सूजन में भी कमी रहती है । इसके प्रति लापरवाही बरतने पर अंग खराब होने लगते हैं । इससे समस्या बढ़ जाती है । इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकने के लिए एमएमडीपी किट और दवा भी दी जा रही है ।
जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि जिनके हाथ-पैर में सूजन आ गई है या फिर उनके फाइलेरिया ग्रस्त अंगों से पानी का रिसाव होता है। इस स्थिति में उनके प्रभावित अंगों की सफाई बेहद आवश्यक है । इसलिए चिन्हित मरीजों को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत एमएमडीपी किट मुहैया कराई जा रही है । इस किट में एक-एक टब, मग, बाल्टी तौलिया, साबुन, एंटी फंगल क्रीम आदि शामिल हैं । समूह के सदस्य समुदाय को फाइलेरिया के प्रति जागरूक कर रहे हैं साथ ही उनके मिथक व भ्रांतियों को भी दूर कर रहे हैं । फाइलेरिया से बचाव के लिये एमडीए दवा का सेवन साल में एक बार दो साल से कम के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को छोड़कर सभी को करना चाहिए ।
इस मौके पर एसीएमओ डॉ उमेश कुमार, चिकित्सा प्रभारी डॉ एनके सिंह, बीसीपीएम समा परवीन, मलेरिया निरीक्षक सुनील मौर्य, सीफार के जिला समन्वयक मृत्युंजय राय, ब्लॉक समन्वयक नगमे इरम खान तथा फाइलेरिया सपोर्ट ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहे ।