June 19, 2025

विकलांग व्यक्तियों के लिए समर्पित अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर फाइलेरिया हाथीपाँव के प्रति किया जागरूक

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विकलांग व्यक्तियों के लिए समर्पित अंतर्राष्ट्रीय दिवस
पर फाइलेरिया हाथीपाँव के प्रति किया जागरूक

अमरुपुर स्थित राजेश्वर महादेव डिग्री कॉलेज में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

फाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों ने बच्चों को किया जागरूक

समूह के सदस्यों ने भी साझा किए अनुभव, कहा समूह से जुड़ने का मिला लाभ

विकलांग व्यक्तियों के लिए समर्पित अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ पर राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया से ग्रसित रोगियों और उनकी दिव्यांग्ता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से शनिवार को भावरकोल ब्लॉक के अमरुपुर स्थित राजेश्वर महादेव डिग्री कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन हुआ । इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था द्वारा बनाये गए फाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों ने बच्चों को फाइलेरिया (हाथी पाँव) से होने वाली विकलांगता के बारे में जागरूक किया । साथ ही दिव्यांग्ता के प्रति समर्थन और एकजुट होने के लिए बच्चों को प्रेरित भी किया । समूह के सदस्यों ने संस्था की ओर से मिल रहे सहयोग और अपने भी अनुभव साझा किए ।
इस मौके पर बच्चों के साथ फाइलेरिया दिव्यांग्ता को लेकर वाद-विवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर सहभागिता दिखाई । इसके पश्चात प्रधानाचार्य डॉ देवेन्द्र शुक्ल और सीफार के जिला समन्वयक मृत्युंजय राय ने बच्चों को फाइलेरिया रोग और उससे होने वाली दिव्यांग्ता के बारे में बताया । साथ ही इस रोग के कारण, लक्षण, बचाव, उपचार, प्रबंधन आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी ।
जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन और रोगियों में दिव्यांग्ता दूर करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है । इसके लिए उन्हें रुग्णता प्रबंधन (एमएमडीपी) के लिए एमएमडीपी किट प्रदान की जा रही है । इस कार्य में फाईलेरिया रोगी सहायता समूह के सदस्यों का पूरा सहयोग मिल रहा है । सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था द्वारा कासिमाबाद और भावरकोल ब्लॉक में बनाये गए समूह के सदस्य भी सक्रिय हैं और सशक्त भूमिका निभा रहें हैं । समुदाय को फाइलेरिया के प्रति जागरूक कर रहे हैं साथ ही उनके मिथक व भ्रांतियों को भी दूर कर रहे हैं । फाइलेरिया से बचाने के लिये एमडीए का सेवन साल में एक बार सभी को करना चाहिये । सिर्फ दो साल से कम के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को छोड़कर ।
भावरकोल ब्लॉक के बाबा रविदास समूह के खखरूँ राम (65) का कहना है कि वह 20 साल से हाथीपाँव से ग्रसित हैं। जानकारी न होने से वह अपने पैर की सही देखभाल नहीं कर पा रहे थे लेकिन जब हम इस समूह से जुड़ें है । इससे हमारे पैर को काफी आराम मिला है । वह अब नियमित व्यायाम करते हैं जिस वजह से उनकी पैरों की सूजन धीरे-धीरे कम हो रही है और मूवमेंट भी शुरू हुआ है ।
माँ भगवती समूह के सदस्य राम अवतार (65) का कहना है कि वह करीब 30-35 साल से हाथीपांव से ग्रसित हैं । इसके लिए उन्होने बहुत से उपचार कराये और पैसा भी खर्च हुआ लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ । जब समूह के लोगों से मिले और उन्होने अपने अनुभव उनके साथ साझा किया । तो उन्होने आवश्यक दवा के साथ नियमित व्यायाम शुरू किया । वर्तमान में उनके पैर को काफी आराम हैं और सूजन भी धीरे-धीरे कम हो रही है ।
कार्यक्रम मे राजेश्वर महादेव डिग्री कालेज के प्रबंध निदेशक श्री राम जी पांडेय, प्राचार्य देवेंद्र शुक्ल और अन्य प्रवक्ताओ ने भी संबोधित किया। उपस्थित बिधार्थियो एवं नागरिको ने फाइलेरिया उन्मूलन मे भागीदारी का संकल्प लिया।

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