141 दिनों बाद खुलेगा काशी के कोतवाल का दरबार, बिना गर्भ गृह में जाए करना होगा दर्शन

विकास राय गाजीपुर-काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव मंदिर का पट वैश्विक महामारी कोरोना काल में 22 मार्च को बंद हुआ था। काशी की आस्था का केंद्र और बाबा विश्वनाथ, संकटमोचन के साथ सबसे प्रमुख मंदिर काल भैरव का कपाट 141 दिन बाद 7 अगस्त को मंगला आरती के बाद आम भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा।
दर्शन के दौरान पूरी तरह से महामारी एक्ट और लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन कराया जाएगा। गर्भ गृह में भक्तों के प्रवेश पर पूर्ण पाबंदी रहेगी।
इस सम्बन्ध में बात करते हुए काल भैरव सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित काषीनाथ दूबे ने बताया कि काल भैरव सेवा समिति एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के बीच हुई बैठक के बाद श्री 1008 बाबा काल भैरव का मंदिर सभी भक्तों के दर्शन पूजन के लिए 7 अगस्त दिन शुक्रवार को सुबह पांच बजे से रात 10 बजे तक खोलने की अनुमति मिली है।
काशीनाथ दूबे ने बताया कि मंदिर सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैनिंग और सेनीटाइजर के नियमो के पालन के साथ अनवरत ( रोज़) खोला जाएगा। इस दौरान मंदिर में किसी भी भक्त को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।