योग भारतीय संस्कृति एवं परंपरा की अमूल्य देनःडीएम
योग भारतीय संस्कृति एवं परंपरा की अमूल्य देनःडीएम
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित हुआ योग शिविर
गाजीपुर। जिले में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मंगलवार को उल्लास के बीच मनाया गया। इस मौके पर जगह-जगह योग शिविर का आयोजन किया गया। पुलिस लाइन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में डीएम-एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों-कर्मियों के साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, नगरपालिका अध्यक्ष और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रशिक्षकों ने लोगों को योगाभ्यास कराया।
जिला प्रशासन एवं आयुष विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस लाइन परिसर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने किया।
इस पर मौके पर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह, अपर जिलाधिकारी वि.रा. अरूण कुमार सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, डीआईओएस, एडीएम, कर्मचारी नेता अंबिका दुबे, विभिन्न स्कूल-कालेजों की छात्र-छात्राओं सहित लगभग चार हजार लोगों ने योगाभ्यास किया।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति एवं परंपरा की एक अमूल्य देन है। इस उपभोक्तावादी समाज में जब व्यक्ति ने अपने आपको प्रतियोगी के बजाय प्रतिस्पर्धी बना लिया हो और अपने जीवन को यन्त्रवत ढाल लिया हो, ऐसी स्थिति में उसके जीवन में निराशा, अवसाद और बीमारियां लगातार घर करती जा रही है।
हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय परंपरा एवं संस्कृति में छिपे इस अद्भुत दर्शन को न केवल वैश्विक रूप दिया, अपितु जन-जन के जीवन के अभिन्न अंग के रूप में स्थापित करने में भी मदद की।
इस दिवस की महत्ता की सार्थकता को सिद्ध करने के लिए पूरे विश्व में योग दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है, इसका श्रेय हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। पीएम मोदी जी की सोच का दायरा इतना विस्तृत है कि उन्होंने मानवीय पहलू पर विचार करने के उपरांत ही योग दिवस की शुरूआत की।
डीएम ने बताया कि योग से मानव किस तरह से अपने जीवन को सुरक्षित रख सकता है। आज की विषम परिस्थितियों में जब आदमी की सोच बदल गई है, खान-पान बदल गया है, रहन-सहन बदल गया है, इस भौतिकता के युग में हम पाश्चात्य संस्कृति को अपनाते जा रहे हैं, जो जीवन के लिए अत्यंत घातक है।
योग दिवस हमें बतलाता है कि व्यक्ति को सूर्योदय के पूर्व उठना चाहिए, नियम, संयम को अपने जीवन में अत्यधिक महत्व देना चाहिए, तभी व्यक्ति स्वस्थ्य रह सकता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक ऐसा मौका था, जब जनप्रतिनिधि, जिले भर के अधिकारी और आम नागरिकों ने एक साथ योगाभ्यास किया।
इसमें जनपद के कुशल योग प्रशिक्षक रूद्र तिवारी, नम्रता तिवारी, धीरज एवं जयप्रकाश ने सामूहिक प्रार्थना के बाद कॉमन योग प्रोटोकॉल की ग्रीवा शक्ति, शक्ति एवं घुटना शक्ति विकासक क्रियाओं, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, उत्तान मंडूकासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन,
उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन एवं सवासन सहित कपालभाति नाड़ी शोधन प्राणायाम शीतली प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराते हुए प्रतिदिन योगाभ्यास का संकल्प दिलाया।
साथ ही इन योगासनों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों और निरोगी काया के लिए इनके महत्व को रेखाकिंत किया। कार्यक्रम का सफल संयोजन क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी आनंद विद्यार्थी ने किया।
संचालन नेहरू युवा केंद्र के लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चन्द्र प्रसाद ने किया। तहसील, ब्लाक सहित समस्त ग्राम पंचायतों व विभिन्न सरकारी व निजी संस्थानों में भी योग दिवस का आयोजन हुआ।