संगीत ईश्वर से जोड़ने का साधन है – फादर पी विक्टर

संगीत ईश्वर से जोड़ने का साधन है – फादर पी विक्टर

विश्व संगीत दिवस के अवसर पर सेंट जॉन्स स्कूल सिद्दीकपुर जौनपुर के प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने संगीत प्रेमियों को बधाई दी तथा कहा कि नृत्य,गीत और वाद्य का संगम संगीत है। संगीत ईश्वर से जोड़ने का सरलतम साधन है।संगीत की स्वर लहरियों में खोने के बाद साधक को असीम सुख और शांति मिलती है।संगीत के आचार्यों ने सम्पूर्ण संगीत को सप्त स्वरों में बाँध दिया है।ये स्वर भी प्रकृति से लिए गए हैं।आचार्यों ने पशु पक्षियों की बोली का अनुसार करते हुए स्वरों की पहचान की।संगीत के स्वर अनहद नाद की तरह श्रवणपुटों से हृदय तक पहुँचकर आह्लाद उत्पन्न करते हैं।संगीत के अभ्यास के माध्यम से साधक ईश्वर तक पहुँच जाता है इसलिए संगीत का बहुत महत्त्व है।विश्व संगीत दिवस सम्पूर्ण विश्व में प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। विश्व संगीत दिवस को “फेटे डी ला म्यूजिक” के नाम से भी जाना जाता है। इसका अर्थ है “संगीत उत्सव”। विश्व संगीत दिवस के अलावा इसे संगीत समारोह के रूप में भी जाना जाता है।विश्व शांति के लिए पहला विश्व संगीत दिवस फ्रांस में 21 जून 1982 में मनाया गया तब से नियमित रूप से मनाया जाता है।

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