शैलेन्द्र की नमामि तमसे से नमामि गंगे पदयात्रा, कारवां बढ़ता गया हौसला बढ़ता गया

शैलेन्द्र की नमामि तमसे से नमामि गंगे पदयात्रा, कारवां बढ़ता गया हौसला बढ़ता गया

मऊ। पर्यावरण बचाने के प्रति मन में जुनून रख जब मऊ का युवा शैलेन्द्र मऊ जनपद से वाराणसी तक नमामि तमसे से नमामि गंगे तक की पदयात्रा के लिए मंगलवार की सुबह मऊ नगर के मड़ैया घाट पर पंहुचा तो वहां भारी भीड़ देख कर वह फूले नहीं समाया। उसे लगा की पर्यावरण बचाने के उसके हुंकार को लोगों ने न सिर्फ हाथों हाथ लिया बल्कि कदम से कदम मिलाकर कुछ दूर साथ चल उसको जो आशीर्वाद व जोश दिया है, उससे उसके हौसलों को और गति मिल गई है।


महिलाओं और पुरुषों का भारी हुजूम जब मड़ैया घाट पर इकट्ठा हुआ तो लगा की सच में लोगों को पर्यावरण की फिक्र है और उसे बचाने के लिए वे चलना चाहते हैं और कुछ करना चाहते हैं। युवा शैलेन्द्र को हौंसला देने के लिए राजनैतिक, सामाजिक, चिकित्सक, व्यवसायिक, अध्यापक, युवा आदि लोग सुबह 07 बजे पर्यावरणविद शैलेंद्र की नमामि तमसे से नमामि गंगे तक पदयात्रा के साक्षी बने तो भारत माता की जय, वन्देमातरम, मां तमसा की जय, मां गंगा की जय के जयद्योष के साथ पदयात्रा चला तो चलते ही रहा।

 

शैलेन्द्र ने पावन तट मां तमसा को प्रणाम करते हुए यात्रा की शुरुआत की और कहा कि आज शुरू हुई यह यात्रा वाराणसी के अस्सी घाट पर 03 जून को समाप्त होगी। उन्होंने लोगों से नारा “अविरल धारा निर्मल धारा, स्वच्छ किनारा, हरा भरा हो देश हमारा” सभी लोगों से लगवाया। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके प्रेरणा स्रोत हैं।
यह यात्रा बालनिकेतन तिराहा, डीसीएसके कालेज से रोडवेज पहुंचकर पं. अलगू राय शास्त्री की मूर्ति पर माल्यार्पण किया, वहां से मुंशीपुरा तिराहा, श्री बांध होते हुए डुमरांव मोड़ स्थित राष्ट्रीय कवि पंडित श्याम नारायण पाण्डेय की मूर्ति पर माल्यार्पण कर बढ़ुआ गोदाम बाजार होते हुए कारवां आगे बड़ा। मऊ जिले में पदयात्रा का लोगों ने जगह-जगह जमकर स्वागत किया। वहां से गाजीपुर जनपद की सीमा में मटेहूं पंहुचते ही शैलेन्द्र व पदयात्रा में शामिल लोगों का जवाहर प्रसाद, ग्राम प्रधान व अन्य समाजसेवियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया तत्पश्चात शैलेंद्र व उनकी टीम मरदह में हनुमान मंदिर में रुकी तथा यहां विश्राम व भोजन की व्यवस्था पर्यावरण प्रेमियों तथा टीम के सहयोग से की गई। विश्राम के बाद 5:00 बजे से पुनः पदयात्रा प्रारंभ वाराणसी की ओर मरदह के रास्ते प्रारंभ हुई। लोगों ने कहा की यह यात्रा आने वाले समय में जनपद, प्रदेश व देश के लिए मील का पत्थर साबित होगी तथा साथ ही यह मऊ के सुंदरीकरण में मां तमसा नदी को स्वच्छ करने तथा लोगों को जागरूक करने में अपनी महती भूमिका निभाएगी।

 


शैलेंद्र व उनकी टीम में पवन कुमार गुप्ता, बृजेश यादव, सलमान घोसवी, संतोष यादव, राघवेंद्र, डा. रागिनी, पूजा राय, उमा शंकर सिंह, अरबाज, अंकित, संजय, संतराज अन्य शामिल रहे। मऊ में नगर पालिका चेयरमैन तय्यब पालकी के द्वारा घाट पर सफाई व पदयात्रा के समय शैलेन्द्र को हौंसला देने के लिए समय से पंहुचे थे‌। पदयात्रा का सबसे खास बात यह है कि नगर के मड़ैया घाट से शुरू पदयात्रा जब चली तो जिस भी पर्यावरण प्रेमी को शहर या कोई गांव के नागरिक को जहां से यात्रा मिली वहीं जुड़ गया और जहां तक मन किया वहां तक साथ चलता रहा, ऐसे काफिला चलता गया।
मऊ से प्रारंभ हुए पदयात्रा में पर्यावरण प्रेमियों में डा. एससी तिवारी, रामविलास, डॉ नम्रता श्रीवास्तव, आभा त्रिपाठी, नूपुर अग्रवाल, आनंद प्रताप सिंह, अजय शंकर, मंजू, राहुल, ज्योति सिंह, पूजा राय, पवन गोंड, डीसीएसके के प्राचार्य डा. सर्वेश पांडेय, ऋषिकेश पाण्डेय, गीता पांडेय, पूजा पांडेय, सावित्री, सौरभ सिसोदिया राजा व तमाम संभ्रांत व्यक्ति शामिल रहे।

आज भी देंगे एक पौधा किसी को दान…

शैलेन्द्र 05 सितम्बर 2020 से ही अनवरत रोज एक पौधा समाज के किसी भी व्यक्ति को सप्रेम भेंट करते हैं, यात्रा के दौरान वे अपने हाथ में एक पौधा लेकर चल रहे थे, और शाम तक गाजीपुर में किसी को भेंट कर उस पौधे को लगाने व उसके देखभाल करने का निवेदन करेंगे।

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