ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ वाराणसी में जमकर लगाए गए नारे
वाराणसी। सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट में नामांकन स्थल पर अधिवक्ताओं ने नहीं, बल्कि भाजपा नेताओं ने विरोध में नारेबाजी की है। कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं के पास भाजपा के नेता बैठकर विरोध में नारेबाजी करवा रहे थे। इसके पीछे कहीं न कहीं जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी शामिल है। कहा कि निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि नामांकन स्थल से 200 मीटर दूरी तक कोई भी मौजूद नहीं रहे। प्रत्याशी के साथ प्रस्ताव के अलावा कोई नहीं रहेगा, फिर भी नामांकन स्थल पर अधिवक्ता कैसे विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग करूंगा। भाजपा के लोग प्रचार-प्रसार के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धमका रहे हैं। नामांकन के पांचवे दिन कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिले के दौरान सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ अधिवक्ताओं के एक ग्रुप ने जमकर नारेबाजी की। जयश्री राम के नारे लगाए तो वहीं सुभासपा व सपा समर्थकों ने जय समाजवाद व सुभासपा के नारे लगाए। नारेबाजी कर रहे दोनों पक्ष के लोगों को पुलिस को समझाने में घण्टों कसरत करनी पड़ी। इस दौरान आचार संहिता का कहीं भी अनुपालन होते नहीं दिखा। अधिवक्ताओं का भी दो ग्रुप आमने सामने हो गया है। हालांकि, आधे घण्टे तक नारेबाजी होती रही। नामांकन के बाद ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि यह भाजपा की हताशा है। चुनाव हार रहे हैं इसीलिए विरोध में नारे लगा रहे है। यह भाजपा के लोग हैं जो कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त कर चुके है। अभी हमारे अन्य प्रत्याशी को भी पर्चा दाखिला करना है। इसपर मामले को लेकर मैं सुरक्षा के लिए डीएम से बात करूँगा।