June 20, 2025

” गंगा की सेवा ही गंगा की पूजा है “

” गंगा की सेवा ही गंगा की पूजा है ”

” गंगा भारतीय संस्कृति एवं विकास का आधार हैं ”

गंगा निर्मलीकरण अभियान के तहत मंगलवार को नमामि गंगे ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा तलहटी की सफाई की । मां गंगा को प्रदूषित कर रही अनेकों सामग्रियों को गंगाजल से बाहर निकाल कर गंदगी न करने की अपील की ।

ध्वनि विस्तारक यंत्र से संयोजक राजेश शुक्ला ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि मां गंगा का शुद्ध होना हमारे पर्यावरण की स्वच्छता का महत्वपूर्ण मापदंड है। गंगा, पर्यावरण ओर संस्कृति का संरक्षण और संर्वधन हमारे देश के विकास का मार्ग है। गंगा के साथ हमारा सानिध्य समावेशी संस्कृति का परिचायक हैं। गंगा की पवित्रता, निर्मलता और अविरलता सदैव जीवन में मार्गदर्शन और प्रेरणा के स्रोत रहे हैं ।

गंगा भारतीय संस्कृति की संवाहिका है। गंगा और सहायक नदियों का क्षेत्र देश के 11 राज्यों में है। यहां देश की 45 फीसद आबादी रहती है। इसलिए गंगा की स्वच्छता जरूरी है। घाटों की सफाई से न सिर्फ गंगा स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को बल मिला है, बल्कि स्वच्छ और सुंदर घाट पर्यटकों को भी लुभा रहे हैं । भारत के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ और निर्मल गंगा तथा पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान देना होगा।

About Post Author