आजाद हिन्द फौज के संस्थापक महान सेना नायक सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गयी

आजाद हिन्द फौज के संस्थापक महान सेना नायक सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गयी
गाजीपुर जनपद के सत्यदेव ग्रुप्स आफ कालेजेज गाधीपुरम बोरसिया के सत्यदेव डिग्री कॉलेज में आजाद हिन्द फौज के संस्थापक महान सेना नायक सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनायी गयी।इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य डॉ राम चंद्र दुबे ने देश के नायक के चित्र पर धूप दीप और पुष्प अर्पित करके उनको अपनी सच्ची श्रद्धांजलि दी ।इस अवसर पर उन्होंने कहा की भारत की आजादी की लड़ाई लड़ने वालों में सुभाष चंद्र बोस “नेताजी” सबसे अग्रणी स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। सुभाष चंद्र बोस भारतीय राष्ट्रवादी और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने भारत माता की आजदी के लिए 1943 में 21 अक्टूबर के दिन आजाद हिंद फौज के सेनापति के रूप में स्वतंत्र भारत की वैकल्पिक सरकार बनाई थी। जिसका नाम उन्होंने ”आरजी हुकूमत-ए-आजाद हिंद” रखा था। नेताजी सुभाष चंद बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 में हुआ था। नेता जी ने अपने विचारों और शिक्षाओं से लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनकी अटूट देशभक्ति और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है।नेता जी सुभाष चंद्र बोस का मानना था कि आजादी हमारा अधिकार है। उन्होंने कहा था कि आजादी दी नहीं जाती, आजादी छीनी जाती है। 1921 में नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने प्रशासनिक सेवा की प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए। हालांकि उनके विचार महात्मा गांधी से मेल नहीं खाते थे, उनका मानना था कि अहिंसा के रास्ते पर चलकर आजादी नहीं मिल सकती है। नेता जी के उग्र विचारों के कारण देश के कई लाख युवाओं का उनको समर्थन मिला। इसी समर्थन की वजह से उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की। उन्होंने अपने नौजवानों को कहा था , ”तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा”
इस अवसर पर कालेज के निदेशक अमित कुमार रघुवंशी.सत्यदेव ग्रुप ऑफ कॉलेज के काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय, अनुज नारायण सिंह, मोती कुमार वर्मा और सुभाष उक्त कार्यक्रम में उपस्थित रहे।