आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झाकें लोगः चेयरमैन सपना सिंह

आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झाकें लोगः चेयरमैन सपना सिंह
गाजीपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने कमीशन का आरोप लगाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिना सबूत के आरोप लगाने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। ऐसे लोगों की कुंडली मेरी पास रखी हुई है। अगर खोल दिया तो फिर इस तरह की बिना सिर पैर की बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे। जहां तक जिला पंचायत से होने वाले कार्यों की गुणवत्ता का सवाल है तो इसके लिए अपर मुख्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है। जिन ठेकेदारों ने घटिया कार्य कराएं हैं या फिर उनकी शिकायत मिली है, ऐसे लोगों को जल्द ही ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। एमएमए को ऐसे लोगों की सूची बनाने के लिए कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले जिला पंचायत से जिले का विकास प्रभावित था। मेरे जिला पंचायत अध्यक्ष बनते ही अधूरे कार्यों को पूरा कराया गया। यह पहली जिला पंचायत जहां पर इतनी तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिन जिला पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाए हैं उनका मेरे पास कोई लिखित पत्र नहीं आया है। मगर अब हमारा पत्र ऐसे लोगों के पास जाएगा, जो घटिया आरोप लगा रहे हैं।
कई वर्षों बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा की सपना सिंह चेयरमैन बनीं थी। समाजवादी पार्टी चाहकर भी चेयरमैन नहीं बना सकीं। सपना सिंह के चेयरमैन बनने के बाद डंप पड़े 60 करोड़ से अधिक की धनराशि का टेंडर एवं अधूरे भुगतान कराए गए। इन कार्यों की गुणवत्ता देखने के लिए चेयरमैन ने कई परियोजनाओं का खुद ही निरीक्षण किया। कई परियोजनाओं की डंप पड़ी परियोजनाओं को शुरू कराया। अब तक करोड़ों की परियोजनाओं का टेंडर हो चुका है। अभी अन्य परियोजनाओं पर टेंडर की प्रक्रिया गतिमान है। जिला पंचायत से हो रहे विकास से कुछ लोग एक तरह से परेशान से हो गए हैं। चेयरमैन सपना सिंह ने एक बातचीत के दौरान कहा कि जिला पंचायत कार्यालय विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। सड़क, नाली, खड़जा के अलावा हर ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन लोगों को मेरे विकास कार्य से किसी तरह की परेशानी है तो वह सीधे मुझसे मिलकर अपनी बात कह सकता है। अगर उसकी शिकायत में दम होगा तो अवश्य कार्रवाई होगी। लेकिन बिना सबूत के इस तरह का अगर किसी ने आरोप लगाए तो उसके खिलाफ मानहानि का दावा भी पेश किया जाएगा। साथ ही उन्होंने सभी जिला पंचायत सदस्यों से अपील किया है कि जहां जहां जिला पंचायत के कार्य चल रहे हैं उन्हें तनिक भी गुणवत्ता को लेकर शंका हो तो तत्काल शिकायत कर सकते हैं। ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वैसे अपर मुख्य अधिकारी को अधूरी परियोजनाओं का निरीक्षण करके कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। जहां भी गुणवत्ता को लेकर शिकायत है तो उसकी जांच करके सीधे ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड के साथ ही धरोहर धनराशि जब्त की जाएगी। चेयरमैन के इस बयान के बाद जिला पंचायत में एक तरह से सियासी भूचाल मच गया है।