वाहन में छात्रा का शव लेकर पहुंचे ग्रामीण, लगाया जाम बीते दिनों सड़क दुर्घटना में घायल छात्रा प्रीति की हुई थी मौत

वाहन में छात्रा का शव लेकर पहुंचे ग्रामीण, लगाया जाम
बीते दिनों सड़क दुर्घटना में घायल छात्रा प्रीति की हुई थी मौत
गाजीपुर जनपद के बहरियाबाद थाना क्षेत्र में सड़क दुघर्टना में घायल छात्रा की उपचार के दौरान ट्रामा सेंटर वाराणसी में मौत हो गई। आर्थिक सहयता की मांग को लेकर परिजनों ने सैकड़ों, महिला-पुरुषों के साथ बहरियाबाद चौक पर शुक्रवार की जाम लगा दिया। जानकारी होते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।
मालूम हो कि आजमगढ़ जिले के तरवा थाना क्षेत्र बला गांव निवासी एमए की छात्रा प्रीति (22) बीते 14 दिसंबर दिसंबर को बहरियाबाद थाना क्षेत्र के चकफरीद गांव के पास पिकअप की टक्कर से घायल हो गई थी। उसका उपचार ट्रामा सेंटर वाराणसी में चल रहा था। बुधवार की उसकी मौत हो गई। गुरुवार की देर शाम परिवार के लोग उसका शव घर लाए। इसी बीच सोशल मीडिया पर मृतक के भाई के आर्थिक मदद की मांग को लेकर बहरियाबाद चौराहा पर जाम करने और इसमें लोगों के शामिल होने का मैसेज वायरल होने लगा। इस मैसेज की जानकारी होते ही पुलिस हरकत में आ गई। रात में ही चौक पर फोर्स तैनात हो गई। जाम व प्रदर्शन की आशंका मद्देनजर शुक्रवार की सुबह छह बजे थानाध्यक्ष अगम दास ने पीएसी बुलवा लिया।
दिन में करीब 11 बजे आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र के बेला गांव से परिजन व काफी संख्या में ग्रामीण, जिनमें महिलाएं व सहपाठी छात्राएं मृत छात्रा का शव पिकप पर रख बहरियाबाद चौक पर पहुंचे। पिकप से शव उतारने की जद्दोजहद करने लगे। सफल न होने पर शव सहित गाड़ी सैदपुर-चिरैयाकोट मार्ग पर सड़क के किनारे खड़ा कर 11 बजे जाम लगा दिया। इससे यातायात ठप्प हो गया। जाम में मरीज लेकर जा रहा वाहन भी फंस गया। जाम का नेतृत्व कर रहे भीम आर्मी के मनोज कुमार की अपील पर 11:40 बजे जाम समाप्त कर लोगों ने शव पिकप में लिए सड़क के किनारे धरना-प्रदर्शन करते हुए मौके पर सक्षम अधिकारी को बुलाए जाने की मांग करने लगे। सूचना पर एसडीएम जखनियां विजय बहादुर सिंह यादव व सीओ गौरव कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। मृतका के परिजनों ने आर्थिक स्थिति ठीक न होने का हवाला देते हुए आर्थिक सहयोग की मांग रखी गई, जिस पर एसडीएम जखनियां ने सड़क दुर्घटना में मिलने वाले लाभ को एसडीएम लालगंज से बात कर दिलाने के आश्वासन के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। तत्पश्चात लोग शव लेकर वापस लौट गए।