June 21, 2025

भक्तों ने मनाया श्रीकाशी विश्वनाथ का झूलनोत्सव

श्रावणी पूर्णिमा पर काशी पुराधिपति ने सपरिवार दिया दर्शन, झूले पर सजी बाबा की पंचबदन प्रतिमा, दर्शन को उमड़ी आस्थावानों की भीड़

वाराणसी- श्रावणी पूर्णिमा पर रविवार को बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन को भक्तों की भीड़ उमड़ी। भक्तों ने सावन के अंतिम दिन माला-फूल, जल अर्पित कर शुख-समृद्धि की कामना की। वहीं चारों सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के विशेष श्रृंगार का दर्शन करने के बाद भक्तों ने पूर्णिमा पर काशी पुराधिपति के पंचबदन प्रतिमा का दर्शन किया।

भक्तों ने बाबा का झूलनोत्सव मनाया और सपरिवार का दर्शन करके भाव-विभोर हो गए। 350 साल पुरानी परंपरा का निर्वहन हुआ। सावन पूर्णिमा पर काशी पुराधिपति ने सपरिवार झूला पर दर्शन दिया।

इससे पूर्व संध्या में टेढ़ीनीम स्थित महंत डॉ. कुलपति तिवारी के आवास पर बाबा विश्वनाथ, मां पार्वती, प्रथमेश गणेश के रजत पंचबदन प्रतिमा का विधि-विधान से पूजन अर्चन किया गया। तत्पश्चात प्रतिमा और रजत शाही झूला को महंत आवास से मन्दिर प्रांगण में लाया गया और भव्य श्रृंगार किया गया। पूर्णिमा तिथि बाबा की सप्तऋषि आरती समय से पूर्व होती है इस लिए आरती 6.10 बजे समाप्त हो गई।

उसके बाद काशी पुराधिपति को परिवार के साथ झूले पर बैठाया गया और झूला सहित मन्दिर गर्भगृह में विराजमान किया गया। पुजारियों ने धूमधाम से बाबा को झूला झूला कर झूलनोत्सव मनाया। बाबा की इस भव्य झांकी को देखने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा है। रात्रि में समस्त परिवार का श्रृंगार आरती किया गया। दर्शन-पूजन ल सिलसिला अनवरत चलता रहा।

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