कमजोर किसानों को पंकज राय उपलब्ध करा रहे पौधे
करीमुद्दीनपुर के प्रगतिशील किसान पंकज राय नेटशेड और पाली हाउस बनाकर कर रहे हैं सब्जी की खेती

परंपरागत खेती को छोड़ कर करीमुद्दीनपुर के प्रगतिशील किसान पंकज राय अपने खेत में नेट शेड और पाली हाउस बना कर बिभिन्न प्रकार के सब्जियों की खेती कर के जहां खुद लाभ प्राप्त कर रहे हैं। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को नि:शुल्क पौधे देकर क्षेत्र में आधुनिक खेती को बढ़ावा देने में जुटे है।
प्रगतिशील किसान पंकज राय परंपरागत खेती को छोड़कर करीमुद्दीनपुर जैसे पिछड़े इलाके में एक नेटशेड और पाली हाउस का निर्माण करके आधुनिक ढंग से खेती करके लाभ का नित नया आयाम स्थापित कर रहे हैं। पंकज राय के व्यावसायिक लाभ का गुर सीखने दूर दूर से किसान उनके यहां आ रहे हैं। लाल पीला हरा शिमला मिर्च स्ट्राबेरी केसर और खीरा की सफल खेती के बाद खाली समय में नर्सरी डालकर आम के आम गुठलियों के दाम प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आमतौर पर अन्य लोग पाली हाउस और नेट शेड हाउस से या तो सब्जी की खेती करते हैं या नर्सरी की लेकिन वे दोनों करके इसका दोहरा लाभ प्राप्त कर रहे हैं। सब्जी की दो फसलों के बीच जब पाली हाउस खाली रहता है तो वे नर्सरी डालते
है। इससे अतिरिक्त आमदनी होती है।
इस समय पाली हाउस से शिमला मिर्च, स्ट्राबेरी और खीरा की फसल कटवाकर उसमे पांच लाख मिर्च के उन्नत किस्म, 20 हजार गोभी, 50 हजार टमाटर, 50 हजार बैगन, एक हजार रेड लेडी पपीता, 5 हजार गेंदा और एक हजार सहजन की नर्सरी डाले हैं। सब्जी के एक पौधे में
लगभग 35 से 40 पैसे का खर्च आता है और किसानों को 50 से 55 पैसे में उपलब्ध कराने पर उन्हें एक लाख पचास हजार रुपये की आमदनी होगी। सबसे बड़ी बात है कि यह लाभ मात्र एक महीने में होगा इसके बाद वे अगस्त के दूसरे सप्ताह में लगभग चार लाख गोभी की नर्सरी डालेंगे जिसमे लगभग एक लाख दस हजार तक का लाभ होगा।

गोभी की नर्सरी के बाद पंकज राय स्ट्राबेरी लाल पीला हरा शिमला मिर्च की खेती करेंगे पिछले वर्ष चार लाख पचास हजार रुपये की आमदनी हुई थी। नेटशेड हाउस के खाली बचे स्थानों में वे प्रो ट्रे तकनीकी से गर्मी की सब्जी की नर्सरी डालकर उसमें लगभग एक लाख रुपये की कमाई कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त ओपन फील्ड में भी लगभग साढ़े तीन लाख रुपये का लाभ प्राप्त किए है।